4 जिलों के 200 जवान कर रहे गश्त, बंद कराई जा रहीं दुकानें… सिंगरौली में बवाल के बाद कैसे हैं हालात?

मध्य प्रदेश के सिंगरौली के बधौरा पुलिस चौकी अंतर्गत अमिलिया घाटी में हुए बवाल के बाद स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन हालत अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. किसी भी आशंका को देखते हुए मौके पर तीन जिलों के करीब 200 पुलिसकर्मी मोर्चा संभाले हुए हैं. पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसपास की दुकानों को बंद करा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने मृतकों के परिजनों को बिना सूचना दिए उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था.

सिंगरौली में महान एनर्जी कंपनी का ट्रक कोयला लेकर जा रहा था. उसकी चपेट में आने से बाइक सवार दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क गया. गुस्साई भीड़ ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया, इनमें पांच बसें और तीन डंपर फूंक दिए गए. बसों में बैठे कंपनी के कर्मचारियों से मारपीट की गई. हालात को काबू करने पहुंची पुलिस को भी ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. कई पुलिसकर्मियों के भी चोट आई है. थाना इंचार्ज का हाथ फ्रेक्चर हुआ है. देर रात तक उपद्रव होता रहा, पुलिस ने बमुश्किल स्थिति को नियंत्रित किया है.

चार जिलों के 200 पुलिस जवान तैनात

बधौरा पुलिस चौकी अंतर्गत अमिलिया घाटी में सिंगरौली के अलावा सीधी, रीवा और सतना जिले की पुलिस फोर्स तैनात की गई है. घटनास्थल को पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. शनिवार सुबह जब दुकानदारों ने अपनी दुकानें खोली तो पुलिस ने उन्हें बंद करा दिया. जले हुए वाहनों को हटाने की तैयारी की जा रही है. पुलिस उपद्रव करने वाले लोगों की शिनाख्त में जुट गई है. कार्रवाई को लेकर पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

बिना सूचना दिए भेज दिया पोस्टमार्टम के लिए

स्थानीय लोगों का आरोप है कि अदानी ग्रुप की महान एनर्जी कंपनी की मनमानी से लोग काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि यह कंपनी एस्सार ग्रुप का संचालन कर रही है. आरोप है कि अब तक कोल वाहनों से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. स्थानीय लोग रोजगार के लिए भी कंपनी प्रबंधन से लड़ाई लड़ रहे हैं. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि शुक्रवार को कंपनी के कोयला वाहन से दो लोगों की मौत के बाद पुलिस ने बिना परिजनों को सूचित किए शवो को पीएम के लिए भेज दिया.

इससे नाराज ग्रामीण गड़ा खांड चौराहे व अमिलिया घाटी में सड़क को जाम कर प्रदर्शन करने लगे. इसी बीच महान एनर्जी कंपनी की शिफ्ट बस कर्मचारियों को लेकर उधर से निकली. तभी गुस्साए ग्रामीण बसों के शीशे-खिड़की तोड़ने लगे. उसके बाद पांच बसों और तीन डंपरों में आग लगा दी.

रिपोर्ट-नवीन मिश्रा

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