स्कीम फार स्पेशल असिसटेंस टू स्टेट 2023-24 के तहत केंद्र सरकार के आर्थिक सहयोग से तैयार होने वाली मास्टर प्लान की 23 सड़कों को लेकर बुधवार को समीक्षा बैठक की गई। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में हुई बैठक में सड़कों की चौड़ाई को लेकर लंबी बहस चली।
बैठक में शामिल विधायकों ने कहा कि सड़कों की चौड़ाई कुछ कम कर दें तो कई मकान बचाए जा सकते हैं। इस पर विजयवर्गीय ने कहा कि शहर के विकास के लिए हमें कुछ कठोर निर्णय लेना ही होंगे। चौड़ीकरण में जिन लोगों के पूरे मकान जा रहे हैं उन्हें वैकल्पिक स्थान दिया जाएगा।
पुराने शहर में कई पीढ़ी से रह रहे हैं लोग
यह सही है कि पुराने शहर में लोग कई पीढ़ी से रह रहे हैं। उनके पास रजिस्ट्री वाले मकान हैं। ऐसे लोगों को सिर्फ वन बीएचके का फ्लैट नहीं दिया जा सकता। ऐसे लोगों के लिए पालिसी में कुछ बदलाव जरूरी है। सिटी बस ऑफिस में की गई समीक्षा बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली।
इसमें सबसे बड़ा मुद्दा सड़कों की चौड़ाई का ही रहा। विधायक रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला का कहना था कि उनके क्षेत्र में मास्टर प्लान की सड़कों की चौड़ाई बहुत ज्यादा है। इसे अगर कुछ कम दिया जाए तो कई मकान बचाए जा सकते हैं।
34.75 किमी लंबी 23 सड़कें बनाई जाएंगी
मास्टर प्लान की प्रस्तावित 23 सड़कों की कुल लंबाई 34.75 किमी है। इनके निर्माण पर 468.41 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सड़कों में 2875 निर्माण बाधक हैं।
बैठक में ये रहे शामिल
बैठक में जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, गोलू शुक्ला, कलेक्टर आशीष सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा, महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर, राजेश उदावत, नंदकिशोर पहाडिया, अश्विनी शुक्ल, निरंजनसिंह चौहान, राकेश जैन, अभिषेक शर्मा, मनीष शर्मा, सभी अपर आयुक्त शामिल हुए।
ऐसे चली मंत्री और विधायकों के बीच बात
विधायक रमेश मेंदोला – भमोरी चौराहा से एमआर-10 तक बनने वाली सड़क पर लोगों ने निजी जमीन पर दुकानें बना रखी है। उन्हें दुकानें दी जाना चाहिए।
मंत्री विजयवर्गीय – दुकान देने का कोई प्रविधान नहीं है। ऐसा नहीं कर सकते। विधायक मेंदोला – ऐसे कैसे चलेगा। यह तो गलत है। मंत्री विजयवर्गीय – शहर के विकास के लिए चौड़ी सड़कें भी जरूरी हैं।
विधायक मेंदोला – पाटनीपुरा चौराहा पर चौड़ीकरण में एक मकान तोड़ा था। वह पार्टी का पदाधिकारी था, लेकिन उसे आज तक मकान नहीं मिला।
मंत्री विजयवर्गीय – हमने उसे योजना में जगह दी थी, लेकिन बाद में मामला कोर्ट में उलझ गया।
विधायक गोलू शुक्ला – सुभाष मार्ग की चौड़ाई 104 फीट के बजाय 80 फीट कर दें तो कई मकान बच जाएंगे।
विजयवर्गीय – मैं चौड़ाई कम करने के पक्ष में नहीं हूं। कलेक्टर साहब आप इस बात पर विचार करो कि क्या ऐसे लोग जिनके पूरे मकान जा रहे हैं उन्हें प्लाट या व्यवस्थित फ्लैट दिए जा सकते हैं।
विधायक शुक्ला – चौड़ाई कम हो जाएगी तो कई निर्माण बच जाएंगे।
विजयवर्गीय – चौड़ाई कम करना संभव नहीं है।
एमआईसी सदस्य मनीष शर्मा मामा – छावनी सड़क बनेगी तो 90 फीसद मकान साफ हो जाएंगे। ऐसा कैसे चलेगा।
विजयवर्गीय – कलेक्टर साहब इसे देखिए, यह सही मुद्दा है। कलेक्टर – सर, पहले भी ऐसे परिवारों को अलग-अलग फ्लैट दिए गए थे।
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