ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित होने के बावजूद एक युवक भीतर चला गया। पुजारियों ने उसे बाहर निकाला। घटना की जानकारी मंदिर प्रशासक को मिली तो उन्होंने दो कर्मचारियों को नोटिस दिया और दो सुरक्षाकर्मियों को हटाने के लिए पत्र निजी सुरक्षा कंपनी को भेजा।
प्राथमिक जांच में पता चला है कि सोमवार को कुछ साधु-संत गर्भगृह में पूजन के लिए गए थे। युवक उन्हीं के साथ भीतर चला गया। फिलहाल महाकाल पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
उल्लेखनीय है कि भीड़ प्रबंधन के लिए महाकाल मंदिर के गर्भगृह में चार जुलाई-2023 से ही प्रवेश प्रतिबंधित है। केवल साधु-संत और अतिविशिष्ट अतिथियों को ही प्रवेश दिया जाता है। इन अतिथियों को भी भीतर प्रवेश करने के लिए सामान्य वस्त्रों की बजाय धोती पहननी होती है।
सोमवार सुबह 8.25 बजे कुछ साधु-संत महाकाल मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। वे चांदी द्वार होते हुए गर्भगृह की दहलीज पहुंचे और गर्भगृह में प्रवेश किया। इन साधु-संतों के साथ एक युवक भी भीतर चला गया। कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
पुजारियों ने गर्भगृह में युवक को ट्रैक सूट में देखा तो बाहर निकाला। जांच में पता चला है कि युवक का नाम निहाल सिंह उम्र 21 वर्ष है। वह उज्जैन के जयसिंहपुरा का रहने वाला है और रामघाट पर फूल-हार की दुकान संचालित करता है।
निरीक्षक, नंदी हाल प्रभारी को नोटिस
मामले में प्रशासक अनुकूल जैन ने गर्भगृह निरीक्षण कमल जोशी और नंदी हाल प्रभारी प्रहलाद भास्कर को नोटिस जारी किया है।वहीं निजी सुरक्षा कंपनी के कर्मचारी सोहन डाबी और अंकित को स्थायी रूप से मंदिर से हटाने के लिए कंपनी को पत्र लिखा है।
युवक को थाने में बैठाया
गर्भगृह में प्रवेश करने वाले युवक निहाल सिंह को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद व मंदिर समिति से प्राप्त शिकायत के अनुसार आगे की कार्रवाई करेंगे।
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