उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस युवा दिवस के उपलक्ष में 12 जनवरी को सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा। इस मौके पर डॉ.दुबे ने बताया कि सूर्य नमस्कार की एक से 12 स्थितियां प्रार्थना मुद्रा, हस्त उत्तनआसान, पदहस्त आसान, अश्वसंचालन आसन, पर्वतआसान, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, पर्वत, आसान, अश्व संचालन आसन, पदहस्त आसान, हस्तउत्तन आसन, प्रार्थना की मुद्रा का विशेष महत्व है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक सूर्य नमस्कार का सरल अर्थ, सूर्य को प्रणाम करना है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है। प्राचीन काल से दैनिक सूर्य उपासना का विधान नित्यकर्म के रूप में होता था। योग में सूर्य का प्रतिनिधित्व पिंगला नाड़ी द्वारा होता है, जो जीवनी शक्ति का बहन करती है। अभ्यास से लाभ प्राप्त होता है उन्होंने कहाकि सूर्य नमस्कार स्वयं में एक पूर्ण साधना है क्योंकि इसमें आसन, प्राणायाम, मुद्रा और ध्यान का समावेश किया गया है। प्रातकालीन अभ्यास प्रारंभ करने के लिए यह सर्वोत्तम अभ्यास है। सूर्य नमस्कार के संपूर्ण अभ्यास से बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं। यह शरीर को सबल बनाता है और चयापचाय को संतुलित करता है। स्वशन, पाचन, रक्त परिसंचरण, प्रजनन प्रणाली सहित शारीरिक संस्थानों को उद्दीप्त और संतुलित करता है। जिससे मस्तिष्क को ताजा आक्सीजन प्राप्त होती है। जो मानसिक विकास में वृद्धि करती है। सूर्य नमस्कार व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में सहायक है। इस अवसर पर डाइट स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।
बैतूल। बैतूल के जिला जेल में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में बंद विचाराधीन बंदी ने शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रात में ड्यूटी पर तैनात जेल कर्मी को एक कैदी कम दिखाई दिया तब तलाश करने पर उसका शव बैरक के शौचालय में फांसी पर लटका मिला।
जेल अधीक्षक योगेन्द्र तिवारी ने बताया कि शनिवार रात जिला जेल के बैरक नंबर 2 में बंद बंदी गोलू उर्फ संदीप सेमरे (28) निवासी आठनेर ने शनिवार रात 12.30 से एक बजे के बीच जेल के शौचालय में जाकर छत की लकड़ी में धोती का फंदा बनाकर फांसी लगा ली।
न्यायालय और पुलिस को घटना की जानकारी दी
तत्काल ही जेल चिकित्सक को बुलाया गया जिन्होंने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। न्यायालय एवं पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। पुलिस एवं एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
अन्य किसी की धोती लेकर फांसी लगाई
न्यायिक हिरासत में बंदी की मौत होने पर मामले की जांच द्वितीय व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीश के द्वारा की जा रही है। जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में बुजुर्ग कैदी धोती पहनते हैं, आशंका है कि मृतक ने किसी अन्य की धोती लेकर फांसी लगाई है। जांच की जा रही है जिसमें वस्तुस्थिति ज्ञात हो जाएगी।
बैतूल एसडीओपी शालिनी परस्ते ने बताया कि आठनेर थाना क्षेत्र के गोलू उर्फ संदीप सेमरे (28) के खिलाफ वर्ष 2023 में नाबालिग से दुष्कर्म करने का मामला पंजीबद हुआ था जिसके बाद से वह फरार चल रहा था।
18 दिसंबर 2024 को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया था जहां से जेल दाखिल कर दिया गया था। शनिवार रात में उसके द्वारा फांसी लगा ली गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजकर विवेचना की जा रही है।
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