डिजिटल अरेस्ट के बाद महिला अतिथि शिक्षक ने खाया जहर, अस्पताल में मौत
रीवा। संभाग के मऊगंज जिले में डिजिटल अरेस्ट एक घटना प्रकाश में आई है। जहां एक आतिश शिक्षक डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए पहले न केवल राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर की बाल की बाद में पैसा ना दे पाने की स्थिति में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की, जिसे गंभीर अवस्था में रविवार की देर शाम संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चल उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई है। सोमवार को पीएम होने के बाद मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने कहा कि महिला द्वारा इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं कराई गई थी। हालांकि अब हम पूरे मामले की जानकारी लेकर साइबर सेल की टीम से जांच कर रहे हैं।
- पुलिस द्वारा बताया गया है कि अतिथि शिक्षका के व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से फोन आया, जालसाज ने खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताया।
- बाद में वीडियो कॉलिंग के माध्यम से उसने महिला से बात भी की महिला ने देखा कि वीडियो कॉलिंग पर मौजूद शख्स पुलिस की वर्दी पहने हुए हैं।
- इतना ही नहीं बल्कि बाद में साइबर ठग ने महिला को कई वीडियो भी भेजे, जिसमें बताया गया कि पुलिस के अधिकारियों की मीटिंग हो रही है।
- मीटिंग खत्म होने के बाद तुम्हारे घर पर पुलिस के लोग जाएंगे और तुम्हें गिरफ्तार कर लेंगे। अगर तुम मोबाइल फोन भी बंद करती हो तो भी बच नहीं पाओगी।
- साइबर ठगों द्वारा भेजा गया जो वीडियो हम आपको दिखाने जा रहे हैं।उसे देखकर आप खुद भी हैरान रह जाएंगे।
क्या था पूरा मामला
- मऊगंज के वार्ड क्रमांक 12 निवासी रेशमा पांडे पति विनायक पांडे जो शासकीय हाई स्कूल पन्नी में अतिथि शिक्षक के पद पर पदस्थ थी, लेकिन एक दिन अचानक उनके व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से वॉइस कॉल आता है।
- फोन करने वाला व्यक्ति खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताता है। उसने रेशमा पांडे से किसी अपराध के संबंध में बात की और कहा कि नजदीकी थाने से पुलिस के लोग आएंगे और तुम्हें गिरफ्तार कर लेंगे।
- दरअसल रेशमा पांडे के पति विनायक पांडे जो बहुती जलप्रपात स्थित कूड़ा महाराज के अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए हुए था। जो अब तक घर नहीं आ पाए थे।
- कई दिनों से रेशमा पांडे अपने दो बच्चों के साथ घर पर रह रही थी लेकिन तभी साइबर ठग ने उन्हें पुलिस अधिकारी बन के फोन किया और उन्हें ब्लैकमेल करने लगा।
22 हजार भेजने के बाद भी नहीं छोड़ा पीछा
- रेशमा पांडे साइबर ठग के झांसे में आ गई।जानकारी के अनुसार साइबर ठग पिछले कई दिनों से उन्हें परेशान कर रहा था।
- बार-बार उनके पास अनजान नंबर से फोन, वीडियो कॉलिंग और व्हाट्सएप पर वॉइस कॉलिंग आ रहे थे।
- काफी परेशान होने के बाद रेशमा ने उन्हें 22000 भी ट्रांसफर कर दिए लेकिन इसके बाद भी साइबर ठगों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा।
- साइबर ठग उनसे बार-बार कहते रहे कि अगर तुम 50,000 ट्रांसफर कर दोगी तो तुम्हें इस केस से बाहर कर दिया जाएगा।
- परेशान होकर रेशमा ने 22000 तो ट्रांसफर कर दिए लेकिन 50,000 उनके पास नहीं थे। अंत में परेशान होकर रेशमा ने किसी को बिना बताए ही जहर का सेवन कर लिया।
- जिसे इलाज के लिए शनिवार की देर रात संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां चल उपचार के दौरान रविवार की देर रात उसकी मौत हो गई।
- महिला की मौत के बाद महिला के देवर मनीष पांडे द्वारा लगाए गए आप के बाद मामला उजागर हो सका।
- मनीष द्वारा ही उक्त वीडियो भी पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं पुलिस पूरे मामले में अब वीडियो के आधार पर साइबर सेल की टीम की मदद से मामले की जांच कर रही है।
डिजिटल अरेस्ट की शिकार हुई एक महिला ने जहर खाकर आत्महत्या किया है। हम पूरे मामले में बयान दर्ज कर मामले की जांच साइबर सेल की टीम से कर रहे हैं। महिला की मौत के पहले इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गई थी। यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि महिला ने किस कारणवस और किन परिस्थितियों में आत्महत्या की है।
रसना ठाकुर, पुलिस अधीक्षक मऊगंज।
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