आसाराम की वो ‘काली करतूत’, जिसने उसे दिला दी आजीवन कारावास की सजा, अब सुप्रीम कोर्ट ने दी बड़ी राहत

भोपाल: रेप के आरोप में सजा काट रहे आसाराम को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। 2013 के बलात्कार मामले में उन्हें अंतरिम जमानत दे दी गई है। उनकी बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए ये जमानत दी गई है। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने आसाराम को कुछ सख्त शर्तों के साथ रिहा करने के आदेश दिए हैं। इन शर्तों में खास बात ये है कि जमानत के बाद आसाराम किसी भी तरह से सबूतों के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे।

जमानत मिली.. लेकिन अब भी रहना होगा जेल में

रेप केस में आरोपी आसाराम को भले ही जमानत मिल गई हो, लेकिन अन्य दूसरे मामलों में सजायाफ्ता होने के कारण आसाराम अभी बाहर नहीं आ सकता। खराब तबीयत को लेकर आसाराम को जोधपुर के सेंट्रल जेल से भगत की कोठी में बने आरोग्य चिकित्सा केंद्र में भर्ती किया गया है। वहां उसका इलाज किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि आसाराम दिल का मरीज है, और उसे हार्ट अटैक भी आ चुका है।

जोधपुर जेल में 2013 से बंद है आसाराम

आपको बता दें कि आसाराम बापू पर कई गंभीर आरोप लगे हैं। जोधपुर की एक अदालत ने उन्हें अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का दोषी पाया था। रेप के इसी आरोप में आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। 85 साल का आसाराम 2013 से जोधपुर की जेल में बंद है। 2013 में जोधपुर पुलिस ने आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार किया था। उस पर अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने का आरोप था। आरोप के बाद पांच साल तक चले इस केस में 25 अप्रैल 2018 को कोर्ट ने आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

MP की लड़की के साथ राजस्थान में किया था दुष्कर्म…

बात 2013 की है, जब पीड़िता के माता पिता ने बताया कि उनकी नाबालिग बेटी जो छिंदवाड़ा के गुरूकुल में रहती थी। उन्हें एक दिन फोन आया कि उनकी बेटी की तबीयत खराब है, उस पर भूत प्रेत का साया है। ऐसे में लड़की का इलाज आसाराम बापू ही कर सकते हैं। इसके युवती के माता पिता अपनी 16 साल की बेटी को लेकर जोधपुर आश्रम ले आए। बताया जाता है कि आसाराम ने आश्रम में नाबालिग युवती के साथ कुटिया में बुलाकर दुष्कर्म किया। घटना के बाद 15 अगस्त 2013 को आसाराम के खिलाफ केस दर्ज किया गया। इस बीच आसाराम इंदौर में आकर छिप गए और इसके लगभग पांच दिन बाद 31 अगस्त 2013 को उन्हें इंदौर से ही गिरफ्तार कर लिया गया।

दो बहनों ने भी लगाया था रेप का इल्जाम 

छिंदवाड़ा आश्रम का नाबालिग से दुष्कर्म का मामला आने के कुछ ही महीनों के बाद दो बहनों ने भी आसाराम के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया दिया। एक बहन ने आसाराम पर तो दूसरी ने नारायण साईं के खिलाफ केस दर्ज कराया। दोनों बहनों ने पिता पुत्र पर रेप और अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के आरोप लगाए। इस मामले को लेकर आसाराम की पत्नी लक्ष्मी और बेटी भारती को भी आरोपी बनाया गया था।

आसाराम का बेटा भी यौन उत्पीड़न केस में जेल में

आसाराम ही नहीं बल्कि उसका बेटा नारायण साईं भी दुष्कर्म के केस में सजा काट रहा है। अप्रैल 2019 में नारायण साईं को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी।

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