छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री कवासी लखमा की हो सकती है गिरफ्तारी, करोड़ों के घोटाले में ईडी को मिले सबूत

रायपुर : छत्तीसगढ़ में आबकारी घोटाले मामले में ईडी के तलब करने के बाद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ईडी ऑफिस में पेश हुए। 28 दिसंबर को ईडी ने कवासी लखमा के ठिकानों पर दबिश दी थी। कवासी लखमा से 2200 हजार करोड़ के घोटाले में ईडी पूछताछ कर रही है।

सूत्रों की मानें तो कवासी लखमा की इस मामले में जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। क्योंकि गुरुवार को ईडी ने अपने आधिकारिक बयान में दावा किया है कि शराब घोटाले में कवासी लखमा के खिलाफ सबूत मिले हैं। ईडी ने कवासी लखमा को पूछताछ के लिए 3 जनवरी को पेश होने का समन जारी किया है। माना जा रहा है कि जिन सबूतों की बात ईडी की टीम कर रही है, उन्हीं सबूतों के आधार पर उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इससे पहले ईडी इसी तरह के सूबतों का दावा करते हुए शराब कारोबारी और रायपुर के महापौर रहे एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

बता दें कि ईडी ने एक्स पर जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के प्रावधानों के तहत 28 दिसंबर को रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने घोटाले से जुड़े कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाया था। इसके अलावा तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस जब्त की गईं।

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