महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पलाधी गांव में 31 दिसंबर की रात हुई हिंसा में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है. यहां रात में हुए दो गुटों के विवाद में मारपीट, पथराव और आगजनी के बाद इलाके में पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया. गुरुवार सुबह 6 बजे तक इलाके में कर्फ्यू लगाया गया था, जिसे 14 घंटे के लिए बढ़ा दिया गया है. यानी कर्फ्यू में ढील देने के जगह इसे रात 8 बजे तक बढ़ाया गया है. इस घटना में 2 अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें 20 से 22 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज है.
जलगांव पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपियों को पकड़ने का काम कर रही है. रातभर ये काम शुरू था. अब भी इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. रेवेन्यू विभाग की टीम भी आगजनी में हुए नुकसान का जायजा लेने इलाके में पहुंची है. इस आगजनी में लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है. उपद्रवियों ने कई दुकानें और गाड़ियां फूंक दी थीं.
ऐसे हुआ विवाद और भड़क गई हिंसा
पलाधी शिवसेना मंत्री गुलाबराव पाटिल का गांव है. इसी गांव में मंत्री गुलाबराव पाटिल अपने परिवार के साथ रहते हैं. बीते 31 दिसंबर की रात मंत्री गुलाबराव पाटिल की पत्नी अपने वाहन से गुजर रही थीं. इस समय कुछ युवक एक स्थान पर खड़े थे. ड्राइवर के हार्न बजाने पर विवाद हो गया. युवकों ने ड्राइवर से गाली-गलौच की. आरोप है कि इसी दौरान गुस्साए शिवसैनिकों ने युवकों पर गाड़ी चढ़ा दी. उसके बाद गांव में हिंसा भड़क गई. दो गुट आमने-सामने आ गए. पथराव और आगजनी हुई.
जमकर हुआ पथराव और आगजनी
एक समूह ने बस स्टेशन इलाके में पांच दुकानों में आग लगा दी. फिर बाजार की दुकानों में तोड़फोड़ की. इस बीच कुछ गाड़ियों में भी आग लगा दी गई. इससे पलाधी गांव में काफी तनाव पैदा हो गया. घटना की गंभीरता को समझते हुए जलगांव से दंगा नियंत्रण दल की तीन इकाइयां और पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची. इसके बाद स्थिति पर काबू पाया गया. अधिकारी रात भर गांव में तैनात रहे. देर रात तक इस मामले में धरणगांव थाने में मामला दर्ज कर लिया गया. इसके बाद सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
दुकानदारों को हुआ भारी नुकसान
पुलिस ने बताया है कि इस संबंध में धरनगांव थाने में 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गांव में शांति बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने ग्रामीणों से कानून व्यवस्था का पालन करने की अपील की है. इस घटना में चार से पांच दुकानें जलकर पूरी तरह खाक हो गई हैं. दुकानदारों ने बताया कि सामान व दुकान को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. रोज की तरह रात को दुकान बंद कर घर जाने के बाद सीधे पुलिस से घटना की जानकारी मिली. आकर देखा तो दुकानें जल रही थीं. आग बुझाने की कोशिश की. लेकिन तब तक दुकान व सारा सामान नष्ट हो चुका था.
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