दिल्ली की सियासी लड़ाई में राहुल गांधी के करीबी अजय माकन पर आम आदमी पार्टी हमलावर हो गई है. अरविंद केजरीवाल पर विवादित टिप्पणी करने और आप के बड़े नेताओं पर केस करने को लेकर आप ने अजय माकन को निशाने पर लिया है. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 24 घंटे के भीतर अजय माकन पर कार्रवाई करने की मांग की है.
कहा जा रहा है कि अजय माकन पर अगर कांग्रेस सख्त कार्रवाई नहीं करती है, तो इंडिया गठबंधन को लेकर आप कोई बड़ा फैसला ले सकती है.
माकन ने सियासी जख्मों को कुरेदा
बुधवार को आप सरकार के खिलाफ श्वेत पत्र जारी करते हुए अजय माकन ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था. माकन ने केजरीवाल पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया था. पत्रकारों से बातचीत में माकन ने यहां तक कह दिया कि केजरीवाल हमारी गलतियों की वजह से नेता बने हुए हैं.
माकन पहले से रडार में, ये 5 वजहें
1. अजय माकन ने पहली बार दिल्ली में निर्मित मुख्यमंत्री आवास का मुद्दा उठाया था. माकन का कहना था कि मुख्यमंत्री आवास के लिए 171 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. बाद में इस मामले को बीजेपी ने लपक लिया. दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को लेकर आप पर बीजेपी ने कई गंभीर आरोप लगाए. पार्टी का कहना था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने लिए शीशमहल का निर्माण कराया.
2. दिल्ली में आबकारी नीति केस का खुलासा भी पहली बार अजय माकन ने ही किया था. माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया था कि आबकारी नीति में कमीशन का खेल हुआ है, जिसका पैसा कांग्रेस को गोवा चुनाव में हराने के लिए किया गया है. बाद में इस मामले में सीबीआई और ईडी की एंट्री हुई. आबकारी नीति में आप के तीन बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई.
3. 2017 में दिल्ली का बॉस कौन, सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार ने देश के बड़े वकीलों की एक फौज बनाई. इसमें पी चिदंबरम शामिल थे. माकन ने उस वक्त आप नेताओं से माफी मांगने की मांग की थी. माकन का कहना था कि यूपीए की सरकार में आप के नेताओं ने चिदंबरम पर गंभीर आरोप लगाए थे, लेकिन अब उन्हीं को हायर कर रहे हैं.
4. 2023 में विपक्षी दलों ने मिलकर बीजेपी के खिलाफ बड़े स्तर पर एक गठबंधन बनाने की मुहिम शुरू की. अजय माकन समेत दिल्ली कांग्रेस के नेता आप को इस गठबंधन में शामिल नहीं करने की पैरवी कर रहे थे. हालांकि कांग्रेस हाईकमान के दखल और सहयोगी पार्टियों के दबाव के बाद आप को गठबंधन में शामिल किया गया.
5. 2024 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कवायद हुई, लेकिन अजय माकन और भूपिंदर सिंह हुड्डा की पहल पर यह गठबंधन न हो सका. हरियाणा में आप को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. हालांकि, कांग्रेस भी सरकार बनाने से चूक गई है.
राहुल गांधी के करीबी हैं माकन
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है. माकन दिल्ली में विधानसभा के अध्यक्ष, केंद्र में मंंत्री, दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष, राष्ट्रीय महासचिव जैसे पदों पर रह चुके हैं.
माकन को राजनीति अपने चाचा ललित माकन से विरासत में मिली है. ललित माकन कांग्रेस के दिग्गज नेता थे.
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