उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 1970 में निर्मित शिव मंदिर का शुद्धिकरण किया गया. ये मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुकी है. इसलिए इसका योग साधना यशवीर आश्रम के महंत स्वामी यशवीर महाराज ने हवन पूजन कर शुद्धिकरण किया. इस दौरान भारी संख्या में हिंदू और मुस्लिम लोग मौजूद रहे. शिव मंदिर में हवन पूजन करने आए स्वामी यशवीर महाराज का क्षेत्र के मुसलमानों ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया.
इसके बाद मंदिर पर हवन पूजन किया गया और गंगाजल से मंदिर को पवित्र किया गया. संभल में मिले मंदिर के बाद मुजफ्फरनगर का मुस्लिम मोहल्ले में स्थित प्राचीन शिव मंदिर भी चर्चा में आ गया. यह मोहल्ला लड़ा वाला है, जिसमें ये शिव मंदिर 1970 में बनाया गया था. उस समय जिस जगह पर ये मंदिर है. वहां पर हिंदू आबादी थी और हिंदू मोहल्ला था लेकिन देखते ही देखते मुसलमानों की संख्या बढ़ती चली गई और हिंदू यहां से पलायन करते चले गए.
शिव मंदिर खंडहर में तब्दील
साल 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद इस मोहल्ले से हिंदुओं का पूरी तरह से पलायन होना शुरू हो गया. इसके बाद एक समय ऐसा आया कि अब इस मोहल्ले में एक भी हिंदू परिवार नहीं है. इसी वजह से यह शिव मंदिर भी खंडहर में तब्दील हो गया था. संभल में मंदिर के मिलने के बाद यह मंदिर भी सुर्खियों में आ गया, जिसके बाद स्वामी यशवीर महाराज ने घोषणा की थी कि वह सोमवार को इस मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे.
लोगों ने खूब खुशियां मनाई
शिव मंदिर पर हवन पूजन करने आए स्वामी यशवीर महाराज ने बताया कि भले ही यहां हिंदू न हो, लेकिन ये हमारा धार्मिक स्थल है. इसलिए हमने इसका शुद्धिकरण किया है और हर मुस्लिम नागरिक जानता है कि उनके पूर्वज भी हिंदू थे. इसलिए उनका भी फर्ज बनता है कि इस मंदिर की देखभाल करें. मंदिर के शुद्धिकरण के बाद लोगों ने खूब खुशियां मनाई और लड्डू का प्रसाद बांटा गया. शुद्धिकरण के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इस प्राचीन शिव मंदिर पर भजन कीर्तन भी किया.
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