कोई मेरी बेटी को ढूंढ दो…कहते-कहते मां फफक-फफक कर रोने लगती है. उसकी 16 साल की बेटी बीते डेढ़ महीने से गायब है. माता-पिता बेटी को ढूंढते-ढूंढते थक गए, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अभी तक लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. ऐसे में अब घरवालों को अनहोनी की आशंका सता रही है. यह मामला उत्तर प्रदेश के बांदा के गिरवां थाना क्षेत्र का है.
लड़की के गायब होने से पूरा परिवार सदमे से गुजर रहा है. परिवार वाले कई बार थाने का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन कुछ पता नहीं चला है. इस मामले की एफआईआर 11 नवंबर को ही दर्ज हो चुकी है. लड़की के पिता मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं. वे अनुसूचित जनजाति समुदाय से आते हैं.
पिता ने बताई आपबीती
पिता ने बताया कि सात नवंबर को वह और उसकी पत्नी धान काटने गए थे. शाम को सात बजे के करीब बेटी घर में अकेली थी. जब वह वापस घर लौटे तो बेटी घर में नहीं थी. उन्होंने बताया कि मोहल्ले वालों से पूछा तो पता चला कि गांव का लड़का दीपक रैदास मेरी बेटी को ट्रक से भगा ले गया है. आरोप है कि पुलिस को उन्होंने दीपक रैदास का मोबाइल नंबर भी दिया था, लेकिन पुलिस उसे ट्रेस नहीं कर सकी.
माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल
घरवालों ने बताया कि लड़की की उम्र महज 16 साल है. वह किस हाल में होगी, कहां होगी, इसकी कोई जानकारी नहीं है. जब थाने जाकर लड़की के बारे में पूछताछ की जाती है तो पुलिस मामले की जांच की बात कहकर अनदेखी कर देती है. हर बार एक ही जवाब मिलता है कि तलाश की जा रही है. इस घटना के बाद माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.