उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. यहां गोला थाना क्षेत्र के धौरहरा गांव में रहने वाले व्यक्ति अपनी बहू के साथ कोर्ट में बयान दर्ज कराने बाइक से जा रहे थे. रास्ते में स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने पहले तो टक्कर मारकर उन्हें गिरा दिया. इसके बाद आरोपियों ने लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी. गनीमत रही कि बहू मौके से भाग कर अपनी जान बचाने में सफल रही. पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. घटना शुक्रवार सुबह की है.
पुलिस के मुताबिक झिनकू दुबे की बहू गुड़िया का 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होना था. इस संबंध में झिनकू गुड़िया को बाइक पर बैठाकर गोरखपुर कोर्ट जा रहे थे. वह घर से कुछ ही दूर चले थे कि बीच रास्ते में पीछे से आए कार सवार बदमाशों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दिया. वहीं जब वह जमीन पर गिर गए तो बदमाशों ने आकर हमला बोल दिया. गुड़िया ने पुलिस को बताया कि उसके ससुर, झिनकू दुबे (62 वर्ष), का ग्राम प्रधान रामेश्वर दुबे से पैसे को लेकर काफी पुराना विवाद था.
दीपावली के दिन भी प्रधान और उनके भाइयों ने उनके ससुर से मारपीट कर घायल किया था. पुलिस ने प्रधान रामेश्वर दुबे, उनके भाइयों तारकेश्वर और परमेश्वर, व दो अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है. एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
घटनास्थल पर हंगामा
गुड़िया ने बताया कि हमलावरों ने उसे भी मारने की कोशिश की. उसकी चीख-पुकार सुनकर राहगीरों ने उसे बचाया. स्कॉर्पियो से भागते वक्त हमलावर बाइक को करीब 50 मीटर तक घसीटते ले गए. बाद में गुड़िया ने घायल ससुर को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. झिनकू दुबे के परिवार ने मेडिकल कॉलेज में हंगामा किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.
ग्राम प्रधान का बयान घटना के बाद ग्राम प्रधान ने सोशल मीडिया पर संदेश जारी कर कहा कि वह घटना के समय घर से बाहर थे. मेरे पिता विजय शंकर दुबे के नाम से एक स्कॉर्पियो गाड़ी है. उनकी गाड़ी शुक्रवार सुबह चोरी हो गई थी, जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है. झिनकू दुबे की मौत से मेरा कोई लेना देना नहीं है. मुझे फंसाने के लिए तरह-तरह की बातें की जा रही है.मृतक झिनकू दुबे के तीन बेटे है और सभी बाहर रहते है. अब पुलिस की जांच से ही घटना की सच्चाई सामने आ सकेगी.
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