अहमदाबाद के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है. कालूपुर रेलवे स्टेशन के नाम से मशहूर अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने जा रहा है. इस स्टेशन को बनाने के लिए 24 हजार करोड़ की लागत आएगी. इस रेलवे स्टेशन के बन जाने के बाद यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की कैपेसिटी 3 लाख तक बढ़ जाएगी. इस रेलवे स्टेशन पर 3 हजार गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था होगी. इस प्रोजेक्ट को 36 महीने में पूरा करने का टारगेट रखा गया है यानी ये रेलवे स्टेशन साल 2027 तक बनकर तैयार होगा. इसके बाद लोग इस वर्ल्ड क्लास सुविधा का आनंद ले सकेंगे.
कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम शुरू कर दिया गया है. प्रोजेक्ट का मकसद स्टेशन को वर्ल्ड क्लास मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब में बदलना है. यह 35 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा. इस स्टेशन का काम ट्रेन संचालन को बाधित किए बिना ही अलग-अलग चरणों में किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की खास बात ये है कि इसका डिजाइन और स्ट्रक्चर न्यूयॉर्क की हडसन हाई लाइन से प्रेरित होकर किया गया है.
सभी सुविधाएं होंगी शामिल
इस स्टेशन में बुलेट ट्रेनों के लिए अपर लेवल, पारंपरिक ट्रेनों के लिए ग्राउंड लेवल और सबवे के लिए अंडरग्राउंड लेवल शामिल हैं. मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब स्टेशन पर 16 मंजिला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा, जिसमें पार्किंग, ऑफिस, होटल, गार्डन और मॉल जैसी कई सुविधाएं शामिल होंगी. पुनर्विकास में कालूपुर ब्रिज और सारंगपुर ब्रिज को जोड़ने वाला एक ग्रीन एरिया और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए एक ऊंचा ब्रिज शामिल होगा.
एयरपोर्ट जैसा रेलवे स्टेशन
इस प्रोजेक्ट के बाद रोज सफर करने वाले यात्रियों की संख्या को बढ़ाया जाएगा, जो 3 लाख तक हो जाएगी. इसके साथ ही इसे एक मॉडर्न और ईको फ्रेंडली सेंटर में भी बदल दिया जाएगा. स्टेशन की कई फिक्शनल इमेज सामने आई हैं, जिसमें अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पुनर्विकसित होने के बाद कैसा दिखेगा. ये नजर आ रहा है. रेलवे स्टेशन की जो तस्वीरें सामने आई हैं. वह किसी रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि एक एयरपोर्ट के जैसी लग रही हैं, जो मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब को दर्शाती हैं. इसका डिजाइन अहमदाबाद की सांस्कृतिक विरासत को शामिल करते हुए इसे एक वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के नजरिए से प्रेरित है.
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