उत्तर प्रदेश के आगरा में 29 नवंबर को 8 साल के मासूम की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने अब इस मामले को सुलझा लिया है. हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मासूम के चाचा ने ही की थी. हैरानी की बात तो ये है कि इस हत्याकांड में बच्चे की मां भी खुद शामिल थी. बच्चे ने मां को चाचा के साथ अवैध संबंध बनाते हुए देख लिया था. कहीं राज न खुल जाए, इस डर से दोनों ने मिलकर खौफनाक साजिश को अंजाम दे डाला.
मामला पिनाहट के नया पुरा मोहल्ले का है. यहां रहने वाले आठ वर्षीय रौनक की हत्या उसी के चाचा ने कर दी. बच्चे की मां के साथ अवैध संबंधों के खुलासे के डर से रौनक को चाचा ने मोगरी से सिर पर प्रहार करके मार डाला. पुलिस ने मृतक रौनक के चाचा और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या के बाद चाचा ने रौनक के शव को छत पर रखी करब में छिपा दिया था.
जानकारी के मुताबिक, नया पुरा मोहल्ले से 29 नवंबर की शाम को करन सिंह का आठ वर्षीय बेटा रौनक घर के सामने से लापता हो गया था. सोमवार सुबह रौनक का शव करन सिंह के घर के पीछे गली में बोरे में मिला था. छानबीन के दौरान पुलिस को रौनक के चाचा भानु सिंह की छत पर खून के निशान मिले थे. भानु के घर में सीढ़ी पर खून के निशान से पुलिस को उस पर शक था. भानु सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया.
चाचा भानु ने बताया कि बड़े भाई सूरत में कारखाने में काम करते हैं. यहां पर भाभी यशोदा दोनों बेटों के साथ रहती हैं. उसके भाभी यशोदा के साथ चार वर्ष से अवैध संबंध थे. भाई कभी कबार ही घर आते हैं. इन दिनों भैया घर पर आए हुए थे. वह शुक्रवार शाम बाजार गए हुए थे. तब रौनक ने उसे और अपनी मां को संबंध बनाते देख लिया. दोनों को लगा कि रौनक पिता को बता देगा. जिससे उन्हें रौनक की हत्या करनी पड़ी.
अपहरण का मचाया हल्ला
आरोपी बोला- यशोदा ने बेटे को टॉफी खरीदने के लिए बाहर भेज दिया. वह रौनक को बहाने से अपने कमरे पर लेकर गया. वहां उसके सिर पर मोगरी से प्रहार करके हत्या कर डाली. शव को सीढ़ियों पर रखे ड्रम के ऊपर रखकर बोरा डाल दिया. सीढ़ी पर बहे खून को साफ कर दिया. इस दौरान यशोदा दरवाजे पर खड़ी होकर नजर रखे रही कि कोई बाहर अंदर न आए. भानु ने शव को अंधेरा होने पर बोरे में बंद करके मंझले भाई रवि के घर की छत पर रखी करब के पीछे छिपा दिया था. इसके आधे घंटे बाद यशोदा ने गांव में बेटे के अपहरण का हल्ला मचा दिया.
दोनों करते रहे नाटक
मुकदमा दर्ज कराने के बाद चाचा भानु रौनक को तलाशने का नाटक करता रहा. शव कई दिन पुराना होने के चलते उसमें दुर्गध आनी शुरू हो जाती. इसलिए उसे ठिकाने लगाने के लिए यशोदा सोमवार सुबह मोबाइल को चार्जिंग में लगाने के बहाने कमरे से निकल आई. दोनों ने शव को करब से निकालकर बोरे को रस्सी से बांधा. वह गली में चला गया, यशोदा ने छत से रस्सी की मदद से बोरे को गली में नीचे उतारा था. फिर उसे ठिकाने लगा दिया. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है.
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