हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक धर्मशाला भी है. यहां की सुंदरता पयर्टकों का मन मोन लेती है. जो घूमने के शौकीन होते हैं, वो आपको धर्मशाला में जरूर दिख जाएंगे. ये जगह उनके लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. यहां पर बहुत से पयर्टक बाइक राइड के इरादे से भी आते हैं. यहां पर्वत श्रंखलाओं से लेकर ऊंचे विशालकाय देवदार के घने जंगलों को करीब से देखने का अनोखा एहसास होता है. हालांकि धर्मशाला पर अब एक नया संकट मंडरा रहा है, जो यहां के लोगों के लिए चिंता का सबब बन सकता है.
करीब दो महीने से बारिश न होने के चलते लंबे ड्राई स्पेल की मार प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर भी पड़ सकती है. धर्मशाला की बात करें तो जल शक्ति विभाग के भटेड़ खडड स्त्रोत का पानी कम हो गया है, जबकि गजोह खडड स्त्रोत में पर्याप्त पानी है. विभाग का दावा है कि अभी तक स्थिति संतुलित बनी हुई है, लेकिन साथ ही विभाग ने आशंका भी जताई है कि जल्द बारिश न हुई तो स्थिति गंभीर होने की भी पूरी संभावना है. गौरतलब है कि धर्मशाला क्षेत्र में इतना लंबा ड्राई स्पेल पहली बार देखा गया है. सितंबर महीने के बाद बारिश न होने की वजह से लोग परेशान हैं.
धर्मशाला शहर में 90 लाख लीटर पानी की आपूर्ति
धर्मशाला शहर में 90 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है. जल शक्ति मंडल धर्मशाला की अधिकतर पेयजल योजनाएं प्रवाह की हैं, जबकि कुछ टयूबवेल पर आधारित हैं. हालांकि विभाग का दावा है कि अभी पेयजल को लेकर विकट स्थिति नहीं आई है. शहर में पर्याप्त रूप से पानी की सप्लाई दी जा रही है.
यदि बारिश न हुई तो संकट में आ जाएंगे धर्मशाला वासी
धर्मशाला में जलशक्ति विभाग के दो स्त्रोत हैं, एक गजोह खडड जिसका ट्रीटमेंट प्लांट धार में बना है, जबकि नडडी स्थित ट्रीटमेंट प्लांट भटेड़ खडड से पानी आता है. भटेड़ खडड में पानी कम हुआ है. यदि समय रहते बारिश नहीं होती है तो भटेड़ खडड का पानी और कम हो जाएगा, जिससे पेयजल को लेकर स्थिति गंभीर होने की आशंका है, जबकि गजोह खडड के स्त्रोत में पर्याप्त पानी उपलब्ध है. कुछ टयूबवेल आधारित योजनाएं भी धर्मशाला क्षेत्र में संचालित की जा रही हैं.
पेयजल आपूर्ति को लेकर अभी ऐसी कोई विकट स्थिति नहीं आई है कि पानी की कमी हो या वाटर लेवल नीचे चला गया हो. पेयजल की वर्तमान स्थिति संतुलित है, लेकिन जल्द बारिश नहीं होती है तो स्थिति गंभीर होने की पूरी संभावना है. शहर में प्रतिदिन 90 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है.
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