संभल में सियासी संग्राम जारी है. आज यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत कई नेता संभल जाने वाले थे लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें नोटिस थमाया है. लखनऊ पुलिस ने यह नोटिस अजय राय को भेजा है. इसमें कहा गया है कि हिंसा प्रभावित संभल का दौरा न करें. जिले में शांति और सांप्रदायिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखें और सहयोग करें. साथ ही अपने प्रस्तावित कार्यक्रम को भी स्थगित कर दें ताकि जिला प्रशासन के आदेश का पालन हो सके. बीएनएसएस की धारा 163 का उल्लंघन नहीं करें.
हम गांधीवादी तरीके से संभल जाने का प्रयास करेंगे- अजय राय
लखनऊ पुलिस के नोटिस पर अजय राय ने कहा कि इन्होंने 163 का नोटिस दिया है और कहा है कि वहां जाने से अव्यवस्था होगी. हम अव्यवस्था नहीं चाहते. हम चाहते हैं कि वहां शांति बहाली हो और जो अत्याचार और अन्याय हुआ है, पुलिस के द्वारा और इनके सरकार के द्वारा, हम अपने नेताओं को अवगत कराएं. जनता को बताएंगे. ये नोटिस जारी कर रहे हैं और हम गांधीवादी तरीके से वहां जाने का प्रयास करेंगे. उससे पीछे नहीं हटेंगे.
पुलिस ने सपा डेलिगेशन को भी नहीं जाने दिया
इससे पहले पुलिस ने सपा डेलिगेशन को संभल जाने से रोक दिया था. पुलिस ने यूपी सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल को हाउस अरेस्ट कर लिया था. इसके अलावा चार सांसदों को भी बॉर्डर पर रोक दिया था. दरअसल, जिला प्रशासन ने संभल में धारा 163 लगा रखी है. संभल के डीएम ने कहा है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि जनपद की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना 10 दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा.
संभल हिंसा में चार की मौत, 25 से ज्यादा घायल
संभल में कोर्ट के आदेश पर 19 नवंबर को जामा मस्जिद के पहली बार किए गए सर्वे के बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया था, उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था. संभल में 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सर्वे किए जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा चार लोगों की मौत हो गई थी और 25 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इसके बाद से संभल पर सियासी संग्राम जारी है.
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