कर्नाटक के बेंगलुरु में दहेज उत्पीड़न से तंग आकर एक महिला ने आत्महत्या कर ली. महिला ने जिस समय आत्महत्या की, तब वह प्रेग्नेंट भी थी. यानी एक साथ दो जानें चली गईं. महिला की शादी को महज दो साल हुए थे. मामला बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर से सामने आया है, जहां रूपा नाम की महिला की दो साल पहले तालुक के गुम्मनहल्ली निवासी सुरेश से शादी हुई थी.
रूपा और सुरेश ने पसंद से शादी की थी. शादी के कुछ दिन बाद ही रूपा के ससुराल वालों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया था. बार-बार उससे अपने घर से पैसे मांगने के लिए कहा जाता. रूपा को उसके सास-ससुर के साथ साथ उसका पति भी पैसों के लिए प्रताड़ित करता था. रूपा से उसका पति सुरेश कहता था कि अगर किसी और से शादी की होती तो ज्यादा दहेज मिलता.
महिला का पति गिरफ्तार
रूपा ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा और फोटो खींचकर अपने भाई को भेजी, जिसमें उसने दहेज उत्पीड़न की बात लिखी. उसने लिखा कि उसकी मौत के जिम्मेदार उसके ससुराल वाले हैं, जिन्होंने उसे इतना तंग किया कि उसने अपनी कोख में पल रहे बच्चे समेत अपने आप को खत्म कर लिया. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रूपा के पति सुरेश को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है. रूपा के ससुर एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं और उन्होंने दहेज उत्पीड़न के आरोप से इनकार कर दिया.
“मेरी जिंदगी नरक…”
रूपा ने सुसाइड नोट में लिखा, “नमस्कार भाई, मैंने आपकी बात न मानकर गलती की और शादी कर ली. मेरी शादी को 2 साल हो गए हैं. मैं यहां सही नहीं हूं. मेरी जिंदगी नरक हो गई है. मैं अब जीना नहीं चाहती. हो सके तो मुझे माफ कर देना. अगले जन्म में, मैं आपका कर्ज चुकाऊंगी. मेरे पिता, माता और दादी को मेरा आखिरी प्रणाम. मेरी मौत के लिए मेरी सास, ससुर, मेरे पति और मेरे पति का परिवार जिम्मेदार है. मेरी सास देवम्मा, चाचा नरसिम्हा मूर्ति और पति सुरेश को सजा मिलनी चाहिए.”
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