दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में कांस्टेबल किरणपाल की 23 नवंबर को हत्या कर दी गई थी. अब पुलिस ने इस मर्डर केस के आरोपी रॉकी उर्फ राघव का एनकाउंटर कर दिया है. एक अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार करने गई टीम पर बदमाश रॉकी ने फायरिंग शुरू कर दी. ऐसे में स्थानीय पुलिस और स्पेशल सेल की ज्वाइंट टीम को भी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें गोली लगने से बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसकी मौत हो गई.
एक अधिकारी ने बताया कि 23 नवंबर की देर शाम दिल्ली पुलिस को मुख्य आरोपी के ठिकाने के बारे में सूचना मिली, जिसकी पहचान संगम विहार के डी ब्लॉक निवासी राघव उर्फ रॉकी के रूप में हुई. स्पेशल सेल, नारकोटिक्स सेल और साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट की एक ज्वाइंट टीम सूचना के बाद संगम विहार को सूरजकुंड रोड से जोड़ने वाले इलाके में गई.आरोपी की पहचान की गई.
बदमाश के पास से पिस्टल और कारतूस मिले
पुलिसकर्मियों ने आरोपी को पूछताछ के लिए आत्मसमर्पण करने को कहा. इस बीच, रॉकी ने अपनी पिस्टल से पुलिस की टीम पर गोली चला दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके कारण रॉकी गोली लगने से घायल हो गया. उसे तुरंत ईएसआईसी अस्पताल, ओखला ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. घटनास्थल से आरोपी के पास से .32 बोर की पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
गोविंदपुरी में वारदात को अंजाम दिया गया
22/23 की दरमियानी रात में कांस्टेबल किरणपाल, कांस्टेबल बनई सिंह और कांस्टेबल सुनील के साथ दक्षिण पूर्वी जिले के गोविंदपुरी थाना इलाके में आर्य समाज मंदिर के पास एक पुलिस बूथ पर तैनात थे. सुबह करीब 4:45 बजे कांस्टेबल सुनील किसी आधिकारिक काम से बूथ से बाहर निकले. वापस लौटने पर कांस्टेबल किरणपाल गायब मिले और उनका फोन भी नहीं उठा.
शरीर पर थे गहरे जख्म के निशान
पुलिसकर्मियों को कांस्टेबल किरणपाल गोविंदपुरी के पास गली नंबर 13 में जख्मी अवस्था में मिले. उनके ऊपर चाकू से हमला किया गया था. वह बेहोशी की हालत में थे. घायल कांस्टेबल को मजीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया. इस मामले दिल्ली पुलिस की साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट और क्राइम ब्रांच की टीम ने कृष और दीपक नाम के आरोपियों को पहले पकड़ लिया था. इन्होंने ही पूछताछ में रॉकी का नाम बताया था.
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