बिहार के वैशाली में विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के घोड़ा बाजार में कई नस्ल का एक से बढ़कर एक घोड़ा देखा जा रहा है. अब सोनपुर मेला के घोड़ा बाजार में एक पशु प्रेमी एक ऐसा घोड़ा लेकर आया है, जिसे देखने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है और घोड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस घोड़ा का नाम जांबाज घोड़ा है.
इस बार सोनपुर मेला में बिहार के समस्तीपुर जिला के सरारी, मोहनपुर निवासी पशु प्रेमी डॉक्टर जितेंद्र यादव प्रदर्शनी के लिए सबसे ऊंचा घोड़ा जांबाज लेकर आए हैं. पशु प्रेमी डॉ जितेंद्र यादव ने बताया कि यह जांबाज घोड़ा उत्तर प्रदेश और बिहार का सबसे ऊंचा घोड़ा है, जो बिहार के मुज्जफरपुर में 38 घोड़ों को हराने का खिताब जीत चुका है. जितेंद्र यादव ने बताया कि उन्होंने इस जांबाज घोड़ा को 5 लाख 35 हजार में खरीदा था, जिसकी ऊंचाई 65 इंच से ज्यादा है.
16 साल से पशुओं को ला रहे
वहीं दूसरे घोड़ा के बारे में बताया कि दूसरा घोड़ा का नाम कोबरा है, जो अभी साढ़े 3 साल का बच्चा है. इस घोड़ा को 2 लाख 80 हजार में खरीदा था और टोटल 3 लाख 50 हजार में पड़े थे. उन्होंने बताया कि कोबरा घोड़ा रेस के लिए तैयार है. पशु प्रेमी अपने साथ प्रदर्शनी के लिए कई नस्ल के कुत्ते, बौना कुत्ते, बैल, भेड़ भी लाए हैं. उन्होंने बताया कि वह बीते 16 साल से सोनपुर मेला में कई नस्ल के घोड़ा, कुत्ता, भेड़, बैल लेकर आ रहे हैं.
किसी को भी बेचते नहीं हैं
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह सिर्फ प्रदर्शनी के लिए सभी पशुओं को लेकर आते हैं और किसी को भी बेचते नहीं हैं. उन्होंने कहा, “मेरा शौक है जानवर रखना. मैं पशु प्रेमी हूं. मैं पेशे से डॉक्टर हूं लेकिन पशुओं से प्रेम करता हूं.” विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला पशु मेला के रूप में भी जाना जाता है. सोनपुर मेला में दर्जनों सरकारी, गैर सरकारी, खेल तमाशे, बड़े छोटे झूले, स्टॉल सजे हुए हैं.
हाथी बाजार हो रहा सूना
कहा जाता है कि विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में सुई से लेकर हाथी तक मिलता है लेकिन सरकार की ओर से हाथी की खरीद बिक्री पर रोक के बाद से इस सोनपुर मेला में हाथी का आना बंद हो गया है, जब हाथी बाजार में हाथी आते थे, तो देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट पड़ती थी. अब हाथी बाजार सुना लग रहा है. इस मेले को विश्व का सबसे बड़ा सोनपुर मेला कहा जाता है
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