कार चलाकर होगा फायदा…नितिन गडकरी ने किसानों को बताई अनोखी ट्रिक

महाराष्ट्र के सांगली जिले में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, पेट्रोल की कमी दूर करने के लिए इंडियन ऑयल कंपनी अब महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में 400 इथेनॉल पंप शुरू करने जा रही है. इसके साथ ही 5 कंपनियां इथेनॉल से चलने वाली कारें लाने वाली हैं. परिवहन मंत्री ने कहा कि पेट्रोल का विकल्प इथेनॉल होगा. किसानों के बच्चे इथेनॉल से चलने वाली कारों का इस्तेमाल करेंगे तो इसकी खपत बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा कि किसानों के पास इथेनॉल के लिए गन्ने और मक्के की फसल मौजूद हैं. इसके इस्तेमाल से किसानों को कार चलाकर फायदा होगा.

नितिन गडकरी ने कहा, किसानों का कल्याण कैसे होगा? युवाओं को कैसे रोजगार मिलेगा? स्मार्ट सिटी के साथ कैसे बनेंगे स्मार्ट गांव? हमारी कृषि, उद्योग कैसे आगे बढ़ेगा? सरकार इसके लिए लगातार काम कर रही है. देश को आजादी मिले 75 साल हो गए हैं. इसमें से 60 साल तक कांग्रेस को शासन करने का मौका मिला. सभी ग्राम पंचायतों, नगर पालिकाओं, विधानसभा, जिला परिषदों, नगर निगमों में कांग्रेस सत्ता में थी. कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन दलितों, आदिवासियों, किसानों और खेत मजदूरों की गरीबी नहीं मिटी.

“कांग्रेस के कारण हुआ देश का नुकसान”

नितिन गडकरी ने कहा, मैं पंडित नेहरू की आलोचना नहीं करना चाहता, लेकिन कांग्रेस की आर्थिक नीति ही गलत थी. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने रूस के आर्थिक मॉडल को स्वीकार किया था. इसका असर देश पर पड़ा. गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है. सही नेतृत्व और सही पार्टी से ही देश की स्थिति बदल सकती है.

“संविधान को कोई नहीं बदल सकता”

नितिन गडकरी ने कहा, कांग्रेस ने नीति बदलने के बजाय जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर घोला है. पिछले चुनाव में प्रचार किया गया था कि संविधान बदलने जा रहा है, लेकिन संविधान को कोई नहीं बदल सकता. चाहे कोई कुछ भी चाहे इसे बदला नहीं जा सकता है. गडकरी ने कहा, हम इसे बदलने नहीं देंगे, मैंने पचास लाख करोड़ के काम किए हैं, लेकिन किसी ठेकेदार को मेरे घर आने की जरूरत नहीं पड़ी.

आज स्थिति ऐसी है कि काम न भी हो तो चलेगा, लेकिन मुझ से पूछे बिना मत करना. आज हमें अपने देश का सही मायने में विकास करने के लिए उचित नीति एवं नेतृत्व वाली पार्टी की आवश्यकता है. ये सभी स्थितियां बदल सकती हैं. ये सब बदलना आपके हाथ में है.

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