मुरैना। रविवार को ग्वालियर लोकायुक्त की 15 सदस्यीय टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाने में पदस्थ पुलिस विभाग के सब इंस्पेक्टर को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सब इंस्पेक्टर आरोपी के भांजे से जमानत के कागजात तैयार करने के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। आपको बता दें, कि 8 नवंबर को संदीप गुर्जर नाम के व्यक्ति ने ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी,कि मुरैना कोतवाली थाने में पदस्थ सब इस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह यादव ने उन से उनके मामा की जमानत के कागजात तैयार करने के नाम पर रिश्वत मांगी है।
उसके बाद सब इंस्पेक्टर और संदीप गुर्जर के बीच में रविवार को कागज तैयार करने की फाइनल हुई, जैसे ही संदीप ने पुलिस अधीक्षक को बताया जिस पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक ने 15 सदस्यीय टीम गठित करके डीएसपी विनोद कुशवाह के नेतृत्व में मुरैना के लिए रवाना कर दी। इसके बाद लोकायुक्त की टीम ने कैमिकल लगा कर 5 हजार रुपए की रकम संदीप गुर्जर को थमा दी जिससे वह सब इंस्पेक्टर को दे सके। जैसे ही संदीप गुर्जर ने 5 हजार रुपए की रिश्वत सब इंस्पेक्टर को दी उसके तुरंत बाद लोकायुक्त की टीम ने घेर कर सुरेंद्र यादव के हाथ पानी में डाले तो पानी नीला हो गया।
उसके बाद सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करके मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि, पिछले महीने तहसील कार्यालय में तहसीलदार और किसान के बीच हॉट टॉक हो गई थी। उसे लेकर के तहसीलदार ने किसान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। मामले में फरार आरोपी की जमानत के कागजात तैयार करने के नाम पर सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत ली थी। उधर इस पूरे मामले को लेकर के लोकायुक्त डीएसपी विनोद कुशवाहा का कहना है कि, फरियादी संदीप गुर्जर ने 8 नवंबर को लोकायुक्त एसपी ग्वालियर से शिकायत की थी उन पर कागज तैयार करने के नाम पर कोतवाली थाना में पदस्थ पुलिस के सब इंस्पेक्टर 5 हजार की रिश्वत मांगी है। जिसे लेकर के यह कार्यवाही की गई है।
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