उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के पिपराइच थाना क्षेत्र से धर्मांतरण का मामला सामने आया है. यहां एक बहू ने आरोप लगाया कि ससुराल के लोग दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे थे. दहेज नहीं लाने पर पिटाई की और ईसाई धर्म में धर्मांतरण के लिए एक चर्च जैसा दिखने वाले मकान पर ले गए. वहीं धर्मांतरण का विरोध करने पर मारपीट कर घर से निकाल दिया. बहू का कहना था कि मेरे ससुराल के लोग काफी समय से हिंदुओं का ईसाई धर्म में धर्मांतरण करवा रहे हैं. इस संबंध में बहू की शिकायत पर पुलिस ने कुल आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पिपराइच थाना क्षेत्र के महुअवा खुर्द में काजल नाम की युवती की शादी हुई थी. शादी के बाद से काजल को उसके ससुराल वाले परेशान कर रहे थे. काजल ने बताया कि उसका मायका नबीपुर गांव में है. 7 मार्च 2024 को उसकी शादी महुअवा खुर्द गांव के निवासी ऋषिमुनि के साथ हुई. शादी के समय जो भी दहेज की डिमांड की गई थी उसे मेरे मायके वालों ने पूरा किया. मेरे पिता ने अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च किया. ताकि मैं अपनी ससुराल में सुखी रहूं.
मायके से लेकर आओ चार लाख
मेरी विदाई के बाद से ही ससुराल के लोग मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं. उनका एकमात्र उद्देश्य यही था कि शादी के बाद और दहेज मायके से लेकर आऊं. सभी लोग बार-बार मायके से पैसा मांगने के लिए दबाव बनाते थे. मैंने जब बताया कि मेरे मायके के लोगों की इतनी हैसियत नहीं है कि आपकी डिमांड को बार- बार पूरी कर सकें तो उन लोगों ने मुझे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. वे लोग कह रहे थे या तो अपने मायके से चार लाख रुपए लेकर आओ या फिर ईसाई धर्म को अपना लो. इस काम के भी हम लोगों को पैसे मिलते हैं. हम लोग बहुत दिन से यह काम करवा रहे हैं.
पीड़ित महिला ने बताया कि मैंने मना लेकिन उसके बाद भी वह लोग जबरन मुझे क्षेत्र के ही एक चर्चनुमा घर में ले गए. वहां ईसाई धर्म में धर्मांतरण का खेल चल रहा था. ससुराल के लोग मेरे ऊपर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने लगे. मेरे बार-बार मना करने के बाद भी उस धर्म से संबंधित एक पुस्तक दी. उसमें लिखी हुई प्रार्थना को पढ़ने के लिए कहा लेकिन मैं विरोध करती रही. मैंने कहा कि मैं हिंदू हूं. मैं अपने धर्म को नहीं बदल सकती हूं. चाहे मेरे प्राण ही क्यों ना चले जाएं. उसके बाद वहीं पर मेरी पिटाई की गई. घर आने पर भी वे लोग दबाव बनाते रहे. मेरे बार-बार विरोध करने पर ससुराल के लोगों ने मुझे मेरे साथ मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया. मैं इस समय मायके में रह रही हूं.
जबरन धर्मांतरण कराने का लगाया आरोप
पीड़िता काजल ने बताया कि यही नहीं परिवार के लोग गोरखपुर जनपद के अलावा कुशीनगर जिले के कप्तानगंज में स्थित गिरजाघर में भी हमें ले गए थे. इसके अलावा और लोगों को भी वहां ले जाकर ईसाई धर्म में धर्मांतरण करवाते थे. इसके बदले में इन लोगों को पैसा भी मिलता था. इसी बात का मैं विरोध कर रही थी जिसके बाद मुझे बुरी तरह से पीटा गया. खाना भी नहीं दिया गया और घर से निकल भी दिया. इन लोगों का टारगेट ऐसे हिंदू परिवारों का धर्मांतरण कराने का होता है जो गरीब होते हैं और कुछ पैसों के लालच में अपना धर्म बदल लेते हैं. यह लोग धर्मांतरण के लिए पूरे गिरोह का संचालन कर रहे हैं.
इस संबंध में एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने कहा कि पीड़िता काजल की शिकायत पर पिपराइच थाने में उसके पति, सास, ससुर, जेठ, नंदोई समेत इस तरह के काम में संलिप्त कुल आठ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है. पुलिस साक्ष्यों व तथ्यों के आधार पर जांच कर रही है. आगे की कार्रवाई सबूतों के आधार पर की जाएगी.
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