महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे का हिंदुत्व अवतार दिख रहा है. राज ठाकरे ने अमरावती की प्रचार सभा में उद्धव ठाकरे और शरद पवार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने शरद पवार को महाराष्ट्र में जातिवाद फैलाने वाला संत बताया तो उद्धव को स्वार्थी बताया है.
उन्होंने कहा कि हिंदू बिखरे हैं, सिर्फ दंगे के समय साथ आते हैं और मुस्लिम महाविकास अघाड़ी को वोट देने के लिए मस्जिदों से फतवे निकाल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लोकसभा में आपने देखा होगा कि हिंदुओं के वोट बिखर जाते हैं, क्योंकि हम सिर्फ दंगे के समय हिंदू होंते हैं ये सड़क पर नमाज पढ़ते हैं. सबका धर्म अपने घर में है, तो सड़क पर नमाज क्यों पढ़ी जाती है?
उन्होंने कहा कि उद्धव सीएम थे तो सारे मस्जिदों से लाउडस्पीकर मैने निकलवाए, जिसके बाद हमारे लोगों पर 17 हजार केस दर्ज हुए. मेरे हाथ में अगर सत्ता दी तो कल एक भी मस्जिद पर स्पीकर नहीं दिखेगा.
राज ठाकरे ने उद्धव पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि उद्धव ने बाला साहेब ठाकरे साहब के नाम के आगे से हिंदू हृदय सम्राट ही निकाल दिया. ये स्वार्थ के नाते किया, क्योंकि उनकी मजबूरी है. उनके साथ कांग्रेस और शरद पवार की एनसीपी है वो बालासाहेब को हिंदू हृदय सम्राट बोलेंगे तो ठीक नहीं लगेगा.
उन्होंने कहा कि नवनीत राणा लोकसभा हार गई तो मुस्लिम सड़क पर आ गए क्यों? इसके पहले भी अमरावती में दंगे हुए है. एकबार सत्ता दो, इन सबको मै ठीक कर दूंगा. हिंदुत्व का माहौल खराब और कम करने के लिए हिंदुओं को जाति-जाति में बांट दिया, क्योंकि महाराष्ट्र में एक संत काम कर रहे हैं, उनका नाम है, संत शरद चंद्र पवार.
मराठा-ओबीसी विवाद के जनक हैं शरद पवार
उन्होंने कहा कि अभी मराठा और ओबीसी का विवाद चल रहा है उसके जनक शरद पवार हैं. मैने मनोज जरंगे को बोला था कि ऐसे आरक्षण संभव नहीं है.
उन्होंने कहा कि उद्धव ने अब हर जिले में शिवाजी का मंदिर बनाने की बात कही है, क्यों भाई शिवाजी के पुतले कम पड़ गए हैं क्या? सिंधुदुर्ग में तेज हवा से पुतला गिरा ऐसा हो नहीं सकता, लेकिन पुतले से अच्छा है कि शिवाजी के किला को सहेजा जाए, उनकी रक्षा करो.
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