13 साल में पहली बार बदला टाटा फैमिली का नियम, टाटा संस के बोर्ड में हुई नोएल टाटा की एंट्री

टाटा फैमिली के नियम में बड़ा बदलाव हुआ है. रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के बोर्ड में शामिल किया गया है. टाटा फैमिली के नियम के मुताबिक, नोएल टाटा, टाटा संस के बोर्ड में शामिल नहीं हो सकते थे. ऐसा इसलिए क्योंकि, साल 2022 में रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह ने एक नियम बनाया था जिसके मुताबिक, टाटा ट्रस्ट और टाटा संस के चेयरमैन एक ही व्यक्ति नहीं हो सकते. लेकिन नोएल टाटा के लिए ये नियम बदल गया और पहली बार एक ही व्यक्ति को टाटा ट्रस्ट और टाटा संस में जगह मिली है.

दरअसल, इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक नोएल टाटा की टाटा संस में नियुक्ति टाटा ट्रस्ट्स के नामित सदस्य के रूप में हुई है. दिवाली से पहले हुई टाटा संस की एक वर्चुअल मीटिंग में इस आशय का एक ऑनलाइन प्रस्ताव पारित किया गया. ऐसे में 2011 के बाद यानी 13 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब टाटा परिवार का कोई सदस्य टाटा ट्रस्ट और टाटा संस दोनों के बोर्ड में शामिल होगा. टाटा ट्रस्ट्स के पास टाटा संस में 66% हिस्सेदारी है.

क्या काम करेंगे नोएल टाटा

नोएल टाटा के शामिल होने के साथ अब टाटा संस बोर्ड में टीवीएस के मानद चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन और रक्षा मंत्रालय के पूर्व नौकरशाह विजय सिंह के साथ टाटा ट्रस्ट के तीन नामित निदेशक हो गए हैं. नोएल टाटा, सिंह, श्रीनिवासन और मेहली मिस्त्री वर्तमान में टाटा ट्रस्ट को संचालित करने वाली कार्यकारी समिति का गठन करते हैं. हालांकि, टाटा संस ने इस मामले में अभी तक कोई कोई टिप्पणी नहीं की.

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