मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. मुख्यमंत्री ने लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिए प्रार्थना की. उन्होंने राज्यवासियों से अपील की है कि वे इस महापर्व को मिल-जुलकर आपसी प्रेम, पारस्परिक सद्भाव और शांति के साथ मनायें.
मुख्यमंत्री ने महापर्व छठ- 2024 की तैयारियों को लेकर सोमवार की शाम जेपी सेतु घाट/दीघा गंगा घाट का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, छठ व्रतियों की सुविधाओं एवं सुरक्षा का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कल से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है. प्रशासन छठ घाटों पर सारी व्यवस्था को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहें. छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ख्याल रखें. छठ घाटों पर सुरक्षा, स्वच्छता एवं सुविधाओं को लेकर किसी प्रकार की कोई कोताही न हो.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं के लिए आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, ट्रैफिक व्यवस्था को सुरक्षित और सुगम बनाये रखें. छठ घाट के निरीक्षण के पश्चात् मुख्यमंत्री ने जेपी सेतु घाट/दीघा गंगा घाट पर आयोजित ‘गंगा उत्सव’ का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया.
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