गौतम गंभीर जब टीम इंडिया के हेड कोच बने थे तो फैंस को ये उम्मीद थी कि टीम बेहतरीन प्रदर्शन करेगी. लेकिन उनके हेड कोच बनते ही कुछ और ही देखने को मिल रहा है. टीम इंडिया पहले श्रीलंका की कमजोर टीम से वनडे सीरीज हार गई और अब रोहित एंड कंपनी को अपने ही घर पर टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा.न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार के बाद अब टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं. क्लीन स्वीप की हार के बाद गौतम गंभीर पर एक चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है. पीटीआई की रिपोर्ट्स के मुताबिक गौतम गंभीर के लिए बीसीसीआई का एक बड़ा नियम तोड़ा गया.
गंभीर के लिए तोड़ा गया नियम!
हाल ही में टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का चयन किया है और इसी सेलेक्शन कमेटी की बैठक में बीसीसीआई का एक बड़ा नियम तोड़ा गया है. बीसीसीआई की रूल बुक के मुताबिक हेड कोच सेलेक्शन कमेटी का हिस्सा नहीं बन सकते हैं लेकिन गौतम गंभीर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए चुनी गई टीम की सेलेक्शन कमेटी की बैठक में शामिल हुए थे. वो गौतम गंभीर ही थे जिनके कहने पर हर्षित राणा का टेस्ट टीम में सेलेक्शन हुआ. हर्षित राणा को फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ज्यादा अनुभव नहीं है लेकिन इसके बावजूद इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़े दौरे के लिए सेलेक्ट कर लिया गया.
बीसीसीआई के अधिकारी गंभीर से नहीं थे सहमत
सिर्फ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज ही नहीं मुंबई में होने वाले टेस्ट मैच के लिए भी गौतम गंभीर ने एक ऐसा फैसला लिया जिससे बीसीसीआई के अधिकारी खुश नहीं थे. दरअसल मुंबई टेस्ट में स्पिन फ्रेंडली पिच बनाने का फैसला गौतम गंभीर ने ही लिया था. इससे बीसीसीआई के अधिकारी सहमत नहीं थे. खासतौर पर भी तब जब पुणे में टीम इंडिया को ऐसी ही पिच पर मात मिली थी.गंभीर ने पिच तो स्पिन फ्रेंडली बनवाई लेकिन इसके बावजूद उन्होंने दो तेज गेंदबाजों को मौका दिया. साथ ही बैटिंग ऑर्डर को लेकर गौतम गंभीर के फैसले बीसीसीआई अधिकारियों को रास नहीं आए. अब अगर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भी टीम इंडिया को करारी शिकस्त मिली और अगर वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही तो सीनियर खिलाड़ी ही नहीं गौतम गंभीर भी मुश्किल में पड़ सकते हैं.
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