दिवाली के साथ-साथ नई दिल्ली में प्रदूषण पर भी चर्चा बढ़ जाती है. दिवाली के अगले दिन खबरों में दिल्ली के बढ़े AQI लेवल पर बहस तेज हो जाती है. लेकिन इस बार दिवाली के अगले दिन प्रदूषण स्तर पिछले साल के मुकाबले कम रहा है. अगर 2022 को छोड़ दिया जाए, तो 2015 के बाद से ये सुबह दिवाली के अगले दिन की सबसे साफ सुबह थी.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, दिवाली के बाद 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार को 339 था, जो 2023 में दिवाली के अगले दिन (13 नवंबर) 358 से बेहतर है. दिवाली के बाद सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला दिन 2021 में दर्ज किया गया, जिसमें AQI 462 था.
इस बार क्यों कम रहा प्रदूषण?
प्रदूषण के कम रहने के कई कारण, लेकिन इसमें सब से अहम इस समय का मौसम है. पिछले साल दिवाली नवंबर में मनाई गई थी और इस समय तापमान काफी ठंडा था. पिछले साल नवंबर का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था. जबकि इस साल दिवाली अक्टूबर के आखिर में मनाई गई है और इस समय मौसम पहले के मुकाबले काफी गर्म है. IMD के मुताबिक इस साल का अक्टूबर पिछले 73 सालों में सबसे गर्म अक्टूबर रहा है.
दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र में अक्टूबर में दर्ज किए गए अधिकतम और न्यूनतम औसत तापमान क्रमशः 35.1 डिग्री सेल्सियस और 21.2 डिग्री सेल्सियस था. ये आंकड़ा दिल्ली में 1901 के बाद से महीने में दर्ज किया गया चौथा सबसे ज्यादा तापमान है.
दरअसल जब तापमान ठंडा होता है, तब हवा में एक परत जम जाती है. जिसकी वजह से प्रदूषण वायुमंडल की ऊपरी परत में नहीं फैलता और नीचे ही रहता है.
हवा भी रही जिम्मेदार
प्रदूषण कम रहना का दूसरा कारण है तेज हवाएं. तेज हवाओं के चलने से प्रदूषण का बेहतर ढंग से फैलाव हुआ और प्रदूषित हवा एक जगह नहीं ठहरी. तेज हवाओं के कारण PM2.5 और PM10 जैसे छोटे प्रदूषकों का स्तर, जो गुरुवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने और पटाखे फोड़ने की वजह से बढ़ गया था, वो अगले दिन कम हो गया.
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट में रिसर्च एंड एडवोकेसी की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुमिता रॉय चौधरी ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया, इस बार दिवाली अक्टूबर में थी, मौसम में ठंडक अभी तक नहीं आई है. दिवाली की रात के बाद प्रदूषण को कम करने के लिए हवा की गति भी अनुकूल थी. दिवाली के दिन दोपहर तक हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ रही और फिर शाम को ‘बहुत खराब’ हो गई. आधी रात को गंभीर AQI स्तर देखा गया और कई स्टेशनों पर सुबह 7 बजे तक बना रहा. दिवाली से रात के समय PM2.5 के स्तर में बहुत बढ़ोतरी देखी गई. इसमें पटाखों का योगदान कितना था, ये नहीं बता सकते क्योंकि कई और फैक्टर इस बढ़ोत्तरी में शामिल हैं.
2 नवंबर को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कितना रहा AQI
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के ऐप समीर के मुताबिक आज यानी शनिवार को दिल्ली का AQI 298 है. ये आंकड़ा सुबह 6 बजे का है.
- अलीपुर 301
- आनंद विहार 382
- अशोक विहार 331
- बवाना 319
- बुराड़ी 318
- चांदनी चौक 301
- द्वारका सेक्टर 8 310
- पंजाबी बाग 339
- आरकेपुरम 346
- रोहिणी 311
- सोनिया विहार 328
- विवेक विहार 322
- वजीरपुर 325
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