17 साल पहले भूल भुलैया ने बॉलीवुड में हॉरर-कॉमेडी का ट्रेंड फिर एक बार शुरू कर दिया था. वैसे तो ये अक्षय कुमार की फिल्म थी, लेकिन विद्या बालन के किरदार मंजुलिका ने सभी का दिल जीत लिया था. फिर 15 साल बाद भूल भुलैया 2 आई, लेकिन भूल भुलैया से ओजी (ओरिजिनल) मंजुलिका ही गायब हो गई थी. कार्तिक की इस फिल्म ने लोगों का खूब मनोरंजन किया, लेकिन कहीं न कहीं हमारी नजरें विद्या बालन वाली मंजुलिका देखने के लिए तरस रही थीं और मानों टी-सीरीज के भूषण कुमार ने हमारे दिल की बात सुन ली और वो विद्या बालन के साथ माधुरी दीक्षित को भी लेकर आ गए.
यही वजह है कि सुबह 7 बजे का पहला शो ढूंढकर मैंने ये फिल्म फर्स्ट डे फर्स्ट शो देख डाली. भूल भुलैया और भूल भुलैया 2 से भूल भुलैया 3 ज्यादा डरावनी है, माधुरी दीक्षित की एंट्री के बाद फिल्म और मजेदार हो जाती है. आखिर तक ये फिल्म दर्शकों बांधे रखती है. चलिए अब इस फिल्म के बारे में विस्तार से बात करते हैं.
कहानी
रोहन रंधावा को एक करोड़ रुपये का लालच देकर मीरा उसे अपने गांव लेकर आती हैं. गांव आकर रोहन को पता चलता है कि खुद को राजकुमारी कहने वाली मीरा असल में उसे एक करोड़ रुपये तो क्या 10 हजार रुपये भी नहीं दे सकती और इसे यहां एक मकसद से लाया गया है. ये मकसद है मंजुलिका को खत्म करना क्योंकि अब तक मंजुलिका को भैरव कवच से रोका गया है. लेकिन उसे अब मारना है. अब सवाल ये है कि असली मंजुलिका है कौन ? विद्या बालन, माधुरी दीक्षित या फिर कोई और? अब ये जानने के लिए आपको थिएटर जाकर कार्तिक आर्यन की फिल्म भूल भुलैया 3 देखनी होगी.
कैसी है ये फिल्म?
भूल भुलैया की खास बात है ये कि इस फिल्म के आखिर में हमें भूत से नफरत नहीं बल्कि प्यार हो जाता है. हम उसकी भावनाओं से भी कनेक्ट कर पाते हैं. भले ही पूरी फिल्म में मंजुलिका हमें खूब डराती है, लेकिन हम उसे विलन नहीं कह सकते. भूल भुलैया 3 की मंजुलिका की कहानी भी एक स्ट्रॉन्ग मैसेज के साथ हाई नोट पर खत्म हो जाती है. यानी मनोरंजन के साथ अनीस बज़्मी ने इस फ़िल्म में फिर एक बार एक अहम मुद्दे को हाईलाइट किया है.
एक्टिंग
कार्तिक आर्यन ने फिर से भूल भुलैया 3 में कमाल किया है. ये देखकर अच्छा लगा कि कार्तिक ने अपने आप को सिर्फ कॉमेडी और रोमांस तक सीमित नहीं रखा है. वो अपने किरदार के साथ एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं और कुछ नया करने की हिम्मत दिखा रहे हैं. विद्या बालन हमेशा की तरह लाजवाब लगी हैं, मंजुलिका के किरदार में उन्हें देखना अपने आप में एक शानदार अनुभव है. विद्या का ट्रांजीशन, वॉइस मॉड्यूलेशन, बॉडी लैंग्वेज सब कुछ एकदम परफेक्ट. माधुरी दीक्षित पहली बार एक हॉरर किरदार निभा रही हैं, जिस तरह से उन्होंने अपनी आंखों से एक्सप्रेशन दिए हैं वो देख आप दंग रह जाएंगे. लेकिन तृप्ति डिमरी इन सितारों की चकाचौंध में कहीं खो गईं, उनसे ज़्यादा मनोरंजन तो सपोर्टिंग कास्ट ने किया है.
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