लगातार पांच दिनों की गिरावट के बाद सोमवार को भारतीय बाजार में बढ़त दर्ज की गई. इन सबके बीच विदेशी बाजारों में बिकवाली जारी रही और कंपनियों की तिमाही नतीजों में कमी देखी गई. आज की बढ़त में मेन रोल आईसीआईसीआई बैंक का शेयर प्ले कर रहा है, जिसका सितंबर तिमाही का मुनाफे उम्मीदों से बेहतर रहा है. बीएसई सेंसेक्स 900 अंक या 1.16% बढ़कर 80,295.22 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 183 अंक या 1.01% बढ़कर 24,425.30 पर सुबह 10:42 बजे के आसपास कारोबार कर रहा था.
एक दिन में बढ़ा 5 लाख करोड़ का मार्केट कैप
बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 5.06 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 442.04 लाख करोड़ रुपए हो गया. इस बीच निफ्टी 50 27 सितंबर को अपने रिकॉर्ड-उच्च स्तर से लगभग 8% नीचे आ गया है. पिछले 20 सेशन से विदेशी निवेशकों ने भारत से पैसा निकाल कर चीन में निवेश किया है. यह बदलाव चीन की सरकार द्वारा राहत पैकेज के ऐलान करने के बाद आया है. विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी बिकवाली के अलावा, कमजोर आय ने भी निवेशकों की धारणा को नुकसान पहुंचाया है और बिकवाली दबाव को और बढ़ा दिया है. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 25 अक्टूबर को 3,036 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 4,159 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे.
क्या आगे भी जारी रहेगी तेजी?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार ने कहा कि एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसी बैंकिंग कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए तेजी की ओर रुख जारी रहने की संभावना है. ईरान के खिलाफ इजरायली हमलों के बाद वैश्विक बाजार अनुकूल हो सकती है, जिसमें ईरानी तेल क्षेत्रों को छोड़कर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है. आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और उससे जुड़ी अनिश्चितताओं का बाजार पर दबाव बनाए रखने की भी उम्मीद है.
इंटरनेशनल मार्केट की बात करें तो जापान के बेंचमार्क निक्केई 225 में सुबह के कारोबार में 1.6% की तेजी आई. दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.6% की तेजी आई. हांगकांग के हैंग सेंग में 0.1% की वृद्धि हुई, जबकि शंघाई कंपोजिट में 0.3% की तेजी आई है.
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