फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी का आईपीओ 6 नवंबर को आने की संभावना जताई जा रही है. खास बात तो ये है कि कंपनी ने अपने आईपीओ के साहज में कटौती की है. पहले कंपनी 15 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ लेकर आने वाली थी. जिसे कम कर 11,300 करोड़ रुपए कर दिया है. जानकारी के अनुसार कंपनी की वैल्यूएशन 11.2 बिलियन डॉलर हो जाएगी. कंपनी से परिचित एक व्यक्ति के हवाले से मिंट ने जानकारी दी है कि स्विगी आईपीओ इश्यू 6 नवंबर, 2024 के बाद सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाला है. 30 से अधिक विदेशी निवेशक एंकर बुकिंग के लिए सामने आ सकते हैं. स्विगी की ओर से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है.
ये है आईपीओ की डिटेल
11,300 करोड़ रुपए का ये आईपीओ मौजूदा साल में किसी भी इंडियन कंपनी की ओर से लाए जाने वाला सबसे बड़ा आईपीओ होगा. कुछ दिन पहले हुंडई इंडिया 27 हजार करोड़ रुपए का आईपीओ लेकर आई थी, लेकिन वो मूल रूप से कोरियन कंपनी है. इस आईपीओ में 4,500 करोड़ रुपए की फ्रेश इक्विटी और 6,800 करोड़ रुपए का ओएफएस शामिल होगा. पहली बार अप्रैल में कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास दायर किए गए इस पब्लिक इश्यू में ब्लैकरॉक, सीपीपीआईबी, भारतीय स्टेट बैंक म्यूचुअल फंड जैसे विदेशी और घरेलू निवेशक शामिल हुए हैं. यूडीआरएचपी के अनुसार, आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स (बीआरएलएम) में कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और एवेंडस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इश्यू के रजिस्ट्रार के रूप में कार्य करेगा.
जोमाटो के शेयर का प्रदर्शन
मौजूदा समय में स्विगी के आईपीओ की तुलना जोमाटो से की जा रही है. जोमाटो की शेयर बाजार में वैल्यूएशन 2.24 लाख करोड़ रुपए है. जोकि स्विगी की अनुमानित वैल्यूएशन से करीब-करीब दोगुनी है. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का शेयर 253.85 रुपए है. जोमाटो 23 जुलाई 2021 में शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी. कंपनी का इश्यू प्राइस 76 रुपए था. इसका मतलब है कि जोमाटो का शेयर निवेशकों को इश्यू प्राइस से 234 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. अब स्विगी के सामने सबसे बड़ा चैलेंज से होगा कि कैसे निवेशकों को इसी तरह का मल्टीबैगर रिटर्न दिया जाएगा.
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