जबलपुर के विजयनगर में जाय सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल के संचालक और अध्यक्ष अखिलेश मेबिन गए जेल

जबलपुर: जाय सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल विजय नगर के संचालक और अध्यक्ष अखिलेश मेबिन को पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। यहां से न्यायालय ने जेल भेज दिया। मेबन की रिमांड खत्म होने पर उन्हें जेल भेज दिया गया। इधर पुलिस ने स्कूल की जांच की, तो पुलिस को स्कूल परिसर में एक कमरा बना मिला। यह कमरा मेबिन के चेम्बर के पीछे था।

सोसायटी बनने के बाद एक भी बार चुनाव नहीं

पुलिस ने जब मेबन से सोसायटी के चुनावों के संबंध में जानकारी मांगी, तो पता चला कि सोसायटी बनने के बाद उसके एक भी बार चुनाव नहीं हुए। हालांकि मेबन ने यह दावा किया कि जैसे ही कोई मेबर बदलता था।

सोसायटी का पूरा लेखाजोखा भी तलब किया गया

इसकी जानकारी जिला प्रशासन और सोसायटी एवं फर्म कार्यालय को दी जाती थी। अब पुलिस फर्म एवं सोसायटी से भी इसकी पूरी जानकारी मांग रही है। इसके साथ ही सोसायटी का पूरा लेखाजोखा भी तलब किया गया है।

21 अक्टूबर को विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी

विजय नगर पुलिस ने मनमानी फीस बढ़ोतरी और किताबाें में मुनाफाखोरी मामले में 21 अक्टूबर को जाय सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल के अध्यक्ष अखिलेश मेबिन, सचिव अनुराग श्रीवास्तव और कोषाध्यक्ष कविता बलेचा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की थी।

अधिक फीस वसूली की थी, जिसका दुरुपयोग किया

मामले में अखिलेश मेबन और अनुराग श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया गया। अखिलेश को जहां दूसरे दिन जेल भेज दिया गया था, वहीं मेबिन को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही थी।

25 करोड़ 21 लाख 12 हजार 40 फीस वसूली की थी

स्कूल प्रबंधन ने 15606 छात्रों से 25 करोड़ 21 लाख 12 हजार 40 रुपये की अधिक फीस वसूली की थी, जिसका दुरुपयोग किया। इसी मामले में उन पर एफआइआर दर्ज हुई थी।

कैदियों की तरह मिली थाली,कटोरी

केंद्रीय कारागार में अखिलेश मेबन को जेल के पश्चिमी खण्ड में रखा गया है। इसके पूर्व उसे एक थाली, एक कटोरी और एक गिलास दिया गया। रात में सोने के लिए एक चादर और एक कंबल दिया गया।

मेबन ने पहले पहली रात खाना नहीं खाया

इसे जमीन पर स्वयं बिछाकर सोना होगा। वहीं सामान्य बंदियों को मिलने वाला खाना भी मेबन को दिया गया, लेकिन मेबन ने पहले पहली रात खाना नहीं खाया।

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