कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल के वायनाड से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. इस दौरान प्रियंका के साथ उनकी मां सोनिया गांधी, भाई राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी रहे. पर्चा भरने के वक्त प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटा भी साथ थे. इससे पहले प्रियंका ने रोड शो और जनसभा को संबोधित किया था.
प्रियंका के नामांकन पत्र दाखिल करने के बहाने कांग्रेस यहां पर अपना दम भी दिखा रही है. कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के वरिष्ठ नेता प्रियंका के प्रति समर्थन दिखाने के लिए वायनाड में मौजूद रहे.
उनका मुकाबला वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के सत्यन मोकेरी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नव्या हरिदास से है. राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी थी जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव होना है.
प्रियंका पहली बार बनेंगी सांसद!
वायनाड से निर्वाचित होने पर प्रियंका पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं. उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं. लोकसभा चुनाव के कुछ दिनों बाद जून में कांग्रेस ने घोषणा की थी कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में रायबरेली संसदीय क्षेत्र रखेंगे और केरल की वायनाड सीट खाली कर देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी.
निर्वाचित होने पर प्रियंका गांधी पहली बार सांसद बनेंगी तथा यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के तीन सदस्य – सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका एक साथ संसद में होंगे. वायनाड संसदीय सीट और 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को झारखंड विधानसभा के पहले चरण के मतदान के साथ होगा. मतगणना 23 नवंबर को होगी.
प्रियंका की नव्या हरिदास से टक्कर
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रत्याशी नव्या हरिदास अपने सियासी अनुभव के बूते प्रियंका गांधी को चुनौती देंगी. सिंगापुर और नीदरलैंड में काम करके अंतरराष्ट्रीय अनुभव हासिल कर चुकीं हरिदास एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जो एक दशक तक कोझिकोड में एक पार्षद के रूप में भी काम कर चुकी हैं.
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