दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार और केंद्र सरकार के बीच घमासान तेज हो गया है. मुख्यमंत्री आतिशी के सीएम आवास खाली कराए जाने पर AAP ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि नवरात्रि में एक महिला मुख्यमंत्री का जो सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के लिए उनका समर्पण भी देख लो. वहीं सीएमओ की ओर से कहा गया कि बीजेपी के इशारे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को जबरन खाली कराया गया है.
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से कल बुधवार को जारी बयान में आरोप लगाया गया कि सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के इशारे पर जबरन खाली कराया गया, क्योंकि एलजी वीके सक्सेना इसे बीजेपी के ही एक नेता को आवंटित करना चाहते हैं.
सीएमओ की ओर से लगाए गए इस आरोप के बाद AAP सरकार और LG ऑफिस के बीच टकराव तेज हो गया है. दोनों के बीच इस टकराव ने एक और मंच तैयार कर दिया है.
‘यह बंगला CM का आधिकारिक आवास नहीं’
इससे पहले एलजी ऑफिस के सूत्रों ने यह दावा किया कि 6, फ्लैगस्टाफ रोड बंगला मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास नहीं है. साथ ही इसे अब तक मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित नहीं किया गया है. आतिशी ने बिना आवंटन के ही अपना सामान वहां रख दिया था और बाद में खुद ही उसे वहां से हटवा लिया.
इस बंगले का मालिकाना हक लोक निर्माण विभाग (PWD) के पास है. बंगला खाली होने की सूरत में वह बंगले पर कब्जा कर लेता है. इस बंगले का आवंटन वहां रखे सामान की लिस्ट बनाने के बाद ही किया जाता है. LG ऑफिस के सूत्रों का कहना है कि AAP को चिंतित नहीं होना चाहिए. लिस्ट तैयार करने के बाद यह बंगला तुरंत सीएम आतिशी को आवंटित कर दिया जाएगा.
3 दिन पहले सामान के साथ पहुंची थीं आतिशी
इससे पहले अरविंद केजरीवाल की जगह मुख्यमंत्री बनीं आतिशी 3 दिन पहले सोमवार को अपने सामान के साथ उत्तरी दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में स्थित बंगले में आ गईं. यह बंगला 9 साल से अधिक समय तक अरविंद केजरीवाल के पास था, जिन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था.
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