रूस यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे साल में प्रवेश करने के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. दोनों ओर से एक दूसरे के ऊपर भीषण हमले किए जा रहे हैं. यूक्रेन की सेना ने कहा है कि उसने कब्जे वाले क्रीमिया में एक अहम ऑयल टर्मिनल पर हमला किया है, जिससे रूसी सेना को युद्ध में ईंधन दिया जा रहा था. सोमवार को सोशल मीडिया पर यूक्रेनी सेना पोस्ट कर कहा, “रात में अस्थायी रूप से कब्जे वाले फियोदोसिया, क्रीमिया में दुश्मन के ऑयल टर्मिनल पर एक सफल हमला किया गया है.”
वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि युद्ध एक महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर चुका है. नाटो देशों की मदद के बाद यूक्रेन सेना ने कई अहम ऑपरेशन चलाते हुए रूस को बड़े जख्म दिए हैं. फरवरी 2022 को रूसी आक्रमण से शुरू हुए इस युद्ध का कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है, पिछले दो साल से ज्यादा के समय में हजारों मौतें हो चुकी हैं और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं.
सैन्य और आर्थिक क्षमता कमजोर करने के लिए हमला
यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने सोशल मीडिया पर बताया, “रूस के कब्जे वाले क्रीमिया के दक्षिणी तट पर फियोदोसिया में तेल टर्मिनल रूसी सेना को ईंधन की आपूर्ति कर रहा है और यह हमला रूसी संघ की सैन्य और आर्थिक क्षमता को कमजोर करने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा था.” इस बीच रूसी अधिकारियों ने सोमवार सुबह टर्मिनल में आग लगने की सूचना दी, लेकिन यह नहीं बताया कि आग किस कारण से लगी है.
यूक्रेन ने किया साइबर अटैक
हवाई हमला ही यूक्रेन इस जंग वापसी करने के लिए हर तरीके की कार्रवाई कर रहा है. रूसी सरकारी मीडिया आउटलेट VGTRK ने सोमवार को कहा कि उसके ऑनलाइन ब्रॉडकास्ट पर साइबर हमला किया गया है. VGTRK रूस के कई मुख्य राष्ट्रीय टीवी चैनलों और कुछ क्षेत्रीय चैनलों और रेडियो स्टेशनों के मालिक है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.