उतार-चढ़ाव भरे कारोबारी सेशन के बाद भारतीय इंडेक्स 4 अक्टूबर को लगभग एक प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए, जिससे लगातार पांचवें सेशन में गिरावट जारी रही. यह पिछले सेशन में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के बाद हुआ है. सेंसेक्स 808.65 पॉइंट या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,688.45 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 200.25 पॉइंट या 0.8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,049.85 पर बंद हुआ. पिछले पांच ट्रेडिंग सेशन में निवेशकों के 16 लाख करोड़ से अधिक रुपए डूब गए हैं. इस दौरान सेंसेक्स 5 दिन में 4,147.67 अंक टूट चुका है. वहीं निफ्टी में 1,201.45 अंकों की गिरावट आ चुकी है.
इस हफ्ते 4 फीसदी नीचे आया बाजार
कुल मिलाकर इंडेक्स लगातार तीन सप्ताह तक पॉजिटिव रिटर्न के बाद 30 सितंबर-4 अक्टूबर के सप्ताह में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं. हाल ही में बाजार में आई गिरावट मीडिल-ईस्ट में बढ़ते तनाव के कारण हुई है, जहां ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध तेज हो गया है. इसके अलावा 27 सितंबर को अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से बेंचमार्क 5 प्रतिशत से अधिक गिर चुके हैं.
बाजार में गिरावट के विलेन बने ये कारण
भू-राजनीतिक चिंताओं के अलावा कई अन्य कारकों ने बाजार में गिरावट में योगदान दिया है, जैसे कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें, सेबी द्वारा एफएंडओ सेगमेंट में विनियामक परिवर्तन और विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा निकासी. बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी ने सुबह के सौदों में आधा प्रतिशत की गिरावट के साथ नकारात्मक शुरुआत की. हालांकि, इंडेक्स जल्द ही अपने दिन के निचले स्तर से लगभग 1.5 प्रतिशत संभल गए क्योंकि उनमें निचले स्तर की खरीदारी देखी गई. अब यहां सबसे जरूरी ये सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या ये गिरावट अगले हफ्ते भी जारी रहेगी. क्योंकि इन दोनों देशों के बीच के वॉर में विराम लगता नहीं दिखाई दे रहा है.
इंट्रा-डे ऐसा रहा हाल
इसके बाद सेंसेक्स इंट्रा-डे लो से 1,295 अंक बढ़कर 83,347 के उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि व्यापक निफ्टी अपने निचले स्तर से 378 अंक बढ़कर 25,472.65 के दिन के उच्च स्तर पर पहुंच गया. लेकिन कारोबार के अंतिम चरण के दौरान, भारतीय इंडेक्स फिर से लाल निशान में चले गए. सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से 1,835.64 अंक गिरकर 81,532.68 अंक पर आ गया, जबकि निफ्टी 518.25 अंक गिरकर दिन के न्यूनतम स्तर 24,966.8 अंक पर आ गया.
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