जबलपुर: गरबा कार्यक्रम में एंट्री के लिए आधार कार्ड अनिवार्य, क्यों लिया गया ये फैसला?

अगर आप संस्कारधानी जबलपुर में गरबा देखने या गरबा प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे हैं तो, यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. जबलपुर में नवरात्रि के अवसर पर आयोजित गरबा कार्यक्रमों के लिए इस वर्ष सुरक्षा के लिहाज से कड़े नियम बनाए गए हैं. हिंदू संगठनों की पहल पर गरबा समितियों ने प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है. इस नियम के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को गरबा में भाग लेने या कार्यक्रम में प्रवेश पाने के लिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य होगा.

स्नेह नगर युवी ग्रुप, जो पिछले कई सालों से गरबा का आयोजन कर रहा है. इस ग्रुप ने इस साल सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कुछ नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इन दिशा-निर्देशों के अनुसार, गरबा करने के लिए आने वाले प्रतिभागियों को पहले आधार कार्ड दिखाना होगा, ताकि उनकी पहचान की पुष्टि हो सके. इसके साथ ही, जो लोग केवल दर्शक के रूप में कार्यक्रम देखने आ रहे हैं, उन्हें भी आधार कार्ड दिखाना बेहद जरूरी है, नहीं तो गरबा में एंट्री नहीं मिलेगी.

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गरबा सीमित सतर्क

स्नेह नगर गार्डन में आयोजित इस होने वाले गरबा कार्यक्रम की तैयारी पूरे जोरों से चल रही है. कॉलोनी की महिलाएं और बच्चियां हर दिन गरबा की प्रैक्टिस कर रही हैं. महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर आयोजन समिति काफी सतर्क है. समिति के सदस्यों का कहना है कि वर्तमान में जिस तरह का माहौल है, उसमें महिलाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.

दिखाना होगा आधार कार्ड

समिति की सदस्य स्वाति खंडेलवाल का कहना है कि युवी ग्रुप जो हर साल स्नेह नगर में गरबा का आयोजन करता है, इस बार गरबा आयोजन में सामाजिक पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आयोजन समिति ने प्रतिभागियों और दर्शकों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है. यानी जो भी महिला या युवती गरबा नृत्य में शामिल होना चाहती है, उन्हें आधार कार्ड देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही गरबा देखने वालों को भी अपना आधार कार्ड दिखाना होगा, तभी उन्हें कार्यक्रम में प्रवेश मिल सकेगा. इस कदम से किसी भी तरह की अनावश्यक गतिविधियों पर रोक लग सकेगी और आयोजन सुरक्षित होगा.

समिति सदस्य ने क्या कहा?

वहीं, समिति की दूसरी सदस्य पुष्पलता सक्सेना का कहना है कि जिस तरह का माहौल बना हुआ है, उसे देखते हुए महिलाओं की सुरक्षा बड़ी जिम्मेदारी है. इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए यह सावधानी बरती जा रही है, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व गरबा कार्यक्रम में शामिल ना हो सके. महिलाओं की सुरक्षा के प्रति समिति की जिम्मेदारी है और यह नए दिशा-निर्देश उसी दिशा में एक सकारात्मक प्रयास हैं.

‘गरबा कार्यक्रम होगा सुव्यवस्थित’

आधार कार्ड अनिवार्यता के इस फैसले को आयोजन से जुड़े लोग और प्रतिभागी सकारात्मक रूप में देख रहे हैं. समिति का मानना है कि इस कदम से गरबा कार्यक्रम और अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो सकेगा, जिससे महिलाएं और बच्चियां बेझिझक अपने धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भाग ले सकेंगी.

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