भोपाल में पानी की टंकी में मिला बच्ची का शव, दो दिन से थी लापता, गुस्साई भीड़ ने किया थाने का घेराव

भोपाल। पुराने शहर में शाहजहांनाबाद क्षेत्र की वाजपेयी नगर मल्टी से मंगलवार दोपहर 12 बजे रहस्यमय ढंग से घर के सामने से लापता हुई पांच वर्षीय सृष्टि भालसे का शव गुरुवार को पुलिस ने बरामद किया। बच्ची की खोजबीन में पुलिस की पूरी कंपनी (लगभग 100 लोगों की टीम) ने वाजपेयी नगर के आसपास चप्पे-चप्पे की तलाशी ले डाली। डॉग स्क्वाड और ड्रोन की भी मदद ली गई। जिस बहुमंजिला इमारत से बच्ची गायब हुई थी, उसी के ब्लॉक नंबर 1 में बंद फ्लैट के पानी की टंकी में उसकी लाश मिली। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए एम्स ले जाया गया है। पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।

बच्ची का शव मिलते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई। उधर, वाजपेयी नगर मल्टी की गुस्साई भीड़ ने सड़क पर उतरते हुए नारेबाजी की और टीबी अस्पताल रोड पर चक्काजाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने शाहजहांनाबाद थाने का घेराव किया। लोगों की मांग है कि बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार आरोपितों को फांसी की सजा दी जाए।

छह माह पहले फ्लैट में आया था परिवार

पुलिस ने इस मामले में आरोपित युवक अतुल, उसकी मां और बहन को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने फ्लैट के दूसरे कमरे में पानी की टंकी में बच्ची का शव छुपा रखा था। यह परिवार छह माह पहले ही फ्लैट में किराये से रहने आया था। आरोपित युवक की पत्नी एक माह पहले मायके चली गई थी।
आरोपित बेरोजगार है। उसकी बहन और मां काम पर जाते हैं। दिन में वह घर में अकेला होता है। आशंका जताई जा रही है कि उसने मंगलवार दोपहर बहला-फुसलाकर नाबालिग को अपने घर में बुलाया होगा।

कलेक्ट्रेट में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

उधर, भोपाल कलेक्टर ऑफिस में विधायक आरिफ मसूद की अगुआई में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के साथ-साथ प्रदेशभर महिलाओं और बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार और दुष्कर्म को लेकर प्रदर्शन किया। विधायक मसूद ने सीएम हाउस का घेराव करने की भी बात कही।

घर के पास से हुई थी गायब

वाजपेयी नगर निवासी सुभाष भालसे की बेटी सृष्टि मंगलवार दोपहर 12 बजे घर के पास से लापता हो गई थी। आसपास खोजबीन करने के बाद भी जब उसका कुछ भी पता नहीं चला तो उसी दिन दोपहर ढाई बजे शिकायत शाहजहांनाबाद थाने में की गई थी।

सघन सर्चिंग की

बुधवार को पुलिस की पूरी कंपनी ने बालिका के लापता होने से पहले और उसके बाद में उस क्षेत्र में पहुंचे वाहनों के नंबर के आधार पर उनके मालिकों से सघन पूछताछ की। पूरे इलाके में लगे सीसीटीवी के फुटेज भी खंगाले गए। तलाशी अभियान में डाग स्क्वाड, ड्रोन की भी मदद ली गई।

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