दमोह। जिले के पटेरा ब्लाक में आने वाले सगोनी गांव में डायरिया का प्रकोप फैलने से दो लोगों की मौत भी हो गई है और 12 से अधिक लोग बीमार हैं, जो जिला अस्पताल सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे हैं। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दो महिला कर्मचारियों को भेजकर अपनी औपचारिकता पूरी कर ली। पिछले महीने बटियागड़ ब्लाक के हरदुआ जामशा गांव में भी डायरिया फैलने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक ग्रामीण बीमार हुए थे यहां भी गंदगी फैलने के कारण ही डायरिया फैला था।
आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित स्वास्थ टीम मौके पर
एएनएम माया रैकवार ने बताया की डायरिया फैलने से आरती पति राकेश मेहरा 30 और काजल पति पंकज मेहरा 25 की मौत हो गई है। इसके अलावा दिनेश मेहरा, मुकेश मेहरा, खिलौना बाई, गोविंद, बाबू राजपूत, रब्बू साहू ओर फिजा खान का स्वस्थ परीक्षण किया गया। आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित स्वास्थ टीम मौके पर है, टीम लगातार निगरानी कर रही है।
जल स्रोतों में भी यही गंदा पानी
स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा कहा गया है गांव में किसी भी प्रकार की यदि कोई समस्या होती है तो जल्द स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। गांव में हर जगह गंदगी फैली है नालियां खुली पड़ी है जिससे कई तरह के बैक्टीरिया पनप रहे। जल स्रोतों में भी यही गंदा पानी मिलने की संभावना है और इसी के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है।
जल निगम की लापरवाही से फैला डायरिया
गांव में जल निगम द्वारा पाइपलाइन बिछाई गई है लेकिन पाइपलाइन बिछाने के लिए जो नालियां खोदी गई थी उन्हें बंद नहीं किया गया है जिस कारण से गांव की गंदगी इस नाली में से बहते हुए पानी सप्लाई हो रहा है। जिस कारण से गांव में डायरिया का प्रकोप फैला। मामले में सरपंच प्रतिनिधि विष्णु सोनी ने बताया कि अनेक बार शिकायत किए जाने के बाद भी किसी भी प्रकार की कार्रवाई ना तो अधिकारियों द्वारा की गई और ना ही जल निगम द्वारा की गई।
स्कूल के पास भी भरा पानी
सागोनी में स्कूल के पास भी पानी भरा होने से जहां मच्छर एवं लार्वा काफी पनप रहे हैं। जिस कारण से स्कूल के बच्चे भी बीमारी से पीड़ित हो रहे है लेकिन जल निगम द्वारा डाली गई पाइपलाइन और स्कूल के पास बनी हुई खंती के कारण भी गांव में डायरिया का प्रकोप बड़ा हुआ है।
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