शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो दुर्गा मां के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा के लिए मनाया जाता है. यह नौ दिनों तक चलने वाला त्योहार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है. इस दौरान दुर्गा माता की विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है और सभी भक्त उनके आशीर्वाद के लिए व्रत रखते हैं. नवरात्रि में देवी मां के नौ अलग-अलग रूपों की हर दिन एक अलग रूप की पूजा की जाती है और उनसे अलग-अलग वरदान मांगे जाते हैं. नवरात्रि का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है. देवी मां महिषासुर जैसे राक्षसों का वध करके बुराई का नाश करती हैं. इस दौरान लोग अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं.
पंचाग के अनुसार, इस साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 03 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 18 मिनट से होगी. वहीं, इसका समापन 04 अक्टूबर को देर रात 02 बजकर 58 मिनट पर होगा. ऐसे में शारदीय नवरात्र का शुभारंभ 03 अक्टूबर से ही होगा.
नवरात्रि एक पवित्र पर्व है और इस दौरान घर को साफ-सुथरा रखना और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि इन चीजों को घर से निकाल फेंकने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है. घर में टूटी हुई मूर्तियां, फटे हुए कपड़े, टूटी हुई घड़ियां, टूटा हुआ बर्तन आदि नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं. इन्हें घर से निकाल देना ही उचित माना जाता है.
इन चीजों को घर से निकाल दें बाहर
- पुराने अखबार और पत्रिकाएं: पुराने अखबार और पत्रिकाएं नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं. इन्हें नियमित रूप से फेंक देना चाहिए.
- सूखे फूल: सूखे फूलों को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है. इन्हें भी घर से निकाल देना चाहिए.
- कबाड़: घर में पड़ा हुआ कबाड़ नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है. इसे नियमित रूप से साफ करना चाहिए.
- पुराने जूते-चप्पल: पुराने और फटे हुए जूते-चप्पल को घर के बाहर रखना चाहिए.
- टूटी हुई झाड़ू: झाड़ू को घर की साफ-सफाई का प्रतीक माना जाता है. टूटी हुई झाड़ू को घर में नहीं रखना चाहिए.
- अनावश्यक सामान: जो चीजें आप लंबे समय से इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, उन्हें दान कर दें या घर से बाहर फेंक दें.
- घर में तुलसी का सूखा पौधा रखना अशुभ होता है. इससे भगवान विष्णु नाराज होते हैं. नवरात्रि से पहले तुलसी का सूखा पौधा घर से निकाल दें. तभी घर में माता दुर्गा का आगमन होगा और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.
इन बातों का रखें खास ध्यान
घर में इस्तेमाल न होने वाली चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं जो घर में क्लेश और परेशानियां ला सकती हैं. इन चीजों को हटाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है. कुछ मान्यताओं के अनुसार, टूटी हुई मूर्तियां और फटी हुई तस्वीरें रखने से देवी-देवताओं के अपमान माना जाता है. नवरात्रि के दौरान घर को साफ-सुथरा रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है. मान्यता है कि साफ-सफाई करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है.
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