भोपाल। गांधीनगर इलाके में संचालित श्रद्धा अस्पताल के संचालक को उसके मैनेजर ने 12 लाख रुपये की चपत लगा दी। आरोपित युवक को अस्पताल संचालक ने छह महीने पहले ही काम पर रखा था। आरोपित मैनेजर अस्पताल के संचालक की चैक बुक पर उनके फर्जी साइन कर चैक को अपने बैंक खाते में लगा देता था। साथ ही वह दूसरी पार्टियों को आनलाइन भुगतान करने का बहाना बनाकर संचालक से ओटीपी लेता और अस्पताल के बैंक खाते से रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करता था।
अस्पताल संचालक को बैंक द्वारा फर्जी चेक लगाए जाने की सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने आरोपित मैनेजेर के विरुद्ध गांधीनगर पुलिस थाने में शिकायत की। इसके बारे में भनक लगते ही आरोपित मैनेजर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार दीपक दीक्षित गांधीनगर रोड पर स्थित श्रद्धा अस्पताल का संचालन करते हैं। उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि इसी वर्ष फरवरी माह में सागर के रहने वाले 37 वर्षीय अनुज सिंघई को उन्होंने अस्पताल में मैनेजर के पद पर रखा था। जुलाई को बैंक द्वारा दीपक को सूचित किया गया कि आपका खाता बंद हो चुका है, लेकिन उसके चैक जमा किए जा रहे हैं। जिसके बाद दीपक को अनुज के फर्जीवाड़े के बारे में पता चला।
उन्होंने बैंक खातों से रुपयों के लेन-देन में गड़बड़ी पाने पर थाने में शिकायती आवेदन दिया। आवेदन की जांच के बाद पर पुलिस ने शनिवार देर रात आरोपित मैनेजर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली। पुलिस का कहना है कि आरोपित को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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