नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट 2024 के पेपर लीक मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. लगातार अपने जांच अभियान के बाद सीबीआई ने नामजद छह आरोपियों के खिलाफ दूसरी चार्जशीट दाखिल की है. इन आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराएं लगाई गई हैं.
आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की इन धाराओं में आपराधिक साजिश, उकसाना, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, चोरी, सबूतों के साथ छेड़छाड़ और बेईमानी से हासिल की गई संपत्ति जैसे मामलों के तहत विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं.
आरोपियों में ओएसिस स्कूल का प्रिंसिपल भी शामिल है
साथ ही भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 के तहत ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल पर भी आरोप लगाए गए हैं. सीबीआई ने जिन छह आरोपियों पर दोबारा चार्जशीट दाखिल की है, उनमें बलदेव कुमार उर्फ चिंटू, सनी कुमार, डॉ. अहसानुल हक (ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और हजारीबाग के सिटी कोऑर्डिनेटर), एमडी इम्तियाज आलम (ओएसिस स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और सेंटर सुपरिंटेंडेंट), जमालुद्दीन उर्फ जमाल (हजारीबाग के एक समाचार पत्र के रिपोर्टर), और अमन कुमार सिंह शामिल हैं. बताया जा रहा है कि मूल पेपर का प्रिंटआउट निकालकर कई उम्मीदवारों के बीच बांट दिया गया था, जो इसे याद कर लेते थे. और बाद में पेपर को जला देते थे. इसका खुलासा हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में हुआ, जिसके बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया गया।
जांच अभी जारी है
बता दें, नीट-यूजी पेपर लीक का मामला 5 मई 2024 को झारखंड के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में हुआ. इसके बाद मामला सीबीआई के पास पहुंचा. सीबीआई लगातार मामले की जांच कर रही है. सीबीआई ने इस मामले से जुड़े अभी तक 48 लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने प्रश्न पत्र लीक के लाभार्थी उम्मीदवारों की पहचान कर ली है. और उनके विवरण राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के साथ साझा किए हैं. मामले की जांच जारी है. सबसे पहले सीबीआई ने मामले का खुलासा होने पर 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
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