बिहार में एक तरफ स्मार्ट मीटर लगाने का विपक्षी पार्टी राजद सहित अन्य दल, सांसद पप्पू यादव विरोध कर रहे हैं. वहीं सरकार युद्धस्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने का फरमान जारी कर रखा है।. यहाँ तक कि सभी सरकारी कार्यालयों ने 30 नवंबर तक स्मार्ट मीटर लगाने की अंतिम तारीख दे दी गई है. वहीं तय समय सीमा के अंदर टारगेट पूरा करने में देरी और लापरवाही के कारण तीन मीटरिंग एजेंसी पर ऊर्जा सचिव ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. जिनमें हाई प्रिंट, एनसीसी, अदानी पावर एवं ईईएसएल जैसी कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए हैं.
बिहार के ऊर्जा विभाग के सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने दक्षिण एवं उत्तर बिहार में कार्यरत एडवांस्ड मीटरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर्स (AMISP) की प्रगति की समीक्षा की. वहीं बैठक में विद्युत आपूर्ति और उपभोक्ता सेवाओं में सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए. बैठक में साउथ एवं नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. नॉर्थ बिहार में कार्यरत मीटरिंग एजेंसी हाई प्रिंट, एनसीसी, अदानी पावर, सिक्योर मीटर्स लिमिटेड, ईईएसएल एवं साउथ बिहार में कार्यरत एजेंसी इंटेलिस्मार्ट व जीनस पावर के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे. सीएमडी ने हाई प्रिंट, एनसीसी, अदानी पावर एवं ईईएसएल को तय समय सीमा के अंदर टारगेट नहीं पूरा करने पर ब्लैकलिस्ट करने के बारे में प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिया.
30 नवंवर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के निर्देश
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा द्वारा ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान स्पष्ट निर्देश दिए कि राज्य के सभी सरकारी इमारतों में 30 नवंबर तक स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाना अनिवार्य है. तय समय सीमा तक किसी भी सरकारी भवन में स्मार्ट मीटर नहीं लगाए गए तो संबंधित भवनों के बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे. निर्देश के बाद ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने सभी मीटरिंग एजेंसियों को अपने क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने सरकारी भवनों में चेक मीटर लगाने को कहा उपभोक्ताओं के मन में कोई संशय न रहें.
जानकारी के मुताबिक 5 सितंबर 2024 को सीएमडी पंकज कुमार पाल ने सभी मीटरिंग एजेंसी की समीक्षा की थी. इस मीटिंग में सीएमडी ने सभी को आईईसी (इनफॉर्म, एजुकेट, कम्यूनिकेट) एक्टिविटी बढ़ाने हेतु निर्देश दिए थे.
लोगों में जागरुकता बढ़ाने की जरूरत
पंकज कुमार पाल ने एएमआईएसपी से जुड़े सभी एजेंसियों से स्पष्ट कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग सिस्टम को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए सेक्शन, ब्लॉक, पंचायत स्तर पर कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने सभी को डीटी एवं फीडर मीटरिंग में भी तेजी लाने एवं कंज्यूमर टैगिंग की भी बात कही. पंकज कुमार पाल ने जोर देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग की जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक स्तर पर आईईसी गतिविधियां चलानी होंगी. इसके तहत जनसाधारण को स्मार्ट मीटरों के फायदों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाना है.
सीएमडी ने बताए फायदे
पंकज कुमार पाल ने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरों के उपयोग से उपभोक्ताओं को उनकी बिजली खपत पर बेहतर नियंत्रण मिलेगा और बिजली बिल में पारदर्शिता आएगी. उन्होंने कहा कि एएमआईएसपी को उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रमों को तेजी से लागू करना होगा ताकि अधिक से अधिक उपभोक्ता स्मार्ट मीटरिंग का लाभ उठा सकें.
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