ग्वालियर। महाराजपुरा स्थित एयर टर्मिनल पर मजदूर की मौत के मामले में गुरुवार को शव स्वजन ले गए। इस हादसे के बाद से केपीसी कंपनी के अधिकारियों व सेफ्टी अधिकारियों में हड़कंप है। बताया गया है कि कंपनी की ओर से आनन-फानन में मृतक के स्वजनों को राशि भी प्रदान कर दी। 60 फीट से मजदूर कैसे गिर गया और सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया, इसको लेकर कंपनी के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। महाराजपुरा थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया है और पुलिस हादसे को लेकर जांच करेगी।
बता दें कि बुधवार की सुबह विनोद पाल नाम के मजदूर की एयर टर्मिनल की छत पर काम करते समय गिरने से मौत हो गई थी। विनोद फाल सीलिंग पर काम कर रहा था अौर वह कोई सुरक्षा बेल्ट भी नहीं पहने था। इसके साथ ही एंट्री पास के बिना उसे कैसे अंदर जाने दिया गया और साठ फीट की उंचाई पर चढ़ा दिया, यह बड़े सवाल हैं। केपीसी कंपनी ने पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से एयर टर्मिनल का निर्माण किया है जिसके बाद दो साल तक का मेंटेनेंस का काम भी कंपनी के ही पास है।
मेंटेनेंस व फिनिशिंग वर्क को लेकर पूरे प्रोटोकाल तय हैं लेकिन उनका पालन नहीं किया गया। इससे पहले भी एयर टर्मिनल पर कई हादसे हो चुके हैं और मजदूरों की जान जा चुकी है। इस हादसे के समय केपीसी की ओर से इंजीनियर नेहरू शर्मा, फोरमैन दीपक शर्मा, सेफ्टी आफिसर इंद्रेश पटसारिया, यूटीएस समीर खान व सुपरवाइजर मौजूद थे।
एयर टर्मिनल पर मजदूर की गिरकर मौत होने के मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। हादसा कैसे और किन परिस्थिति में हुआ इसकी जांच की जाएगी। स्वजन बाडी ले गए हैं।
धर्मेंद्र सिंह यादव, थाना प्रभारी, महाराजपुरा थाना
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