क्या है सुल्तानपुर डकैती की कहानी, जिसमें ‘यादव’ के एनकाउंटर पर मचा सियासी बवाल?

28 अगस्त 2024 को दोपहर के करीब 12 बज रहे थे. बाजार में भीड़भाड़ थी. लोग अपने-अपने काम से आए हुए थे. इसी बीच एक ज्वेलर्स की दुकान में कुछ लोग दाखिल हुए. किसी के सिर पर हेलमेट था तो किसी के अपना चेहरा गमछे से लपेटा हुआ था. ज्वेलर्स ने जब इनको देखा तो वह सन्न रह गया. उसे अंदेशा हो गया था कि अब उसकी दुकान लुटने वाली है. वह विरोध नहीं कर सकता था, क्योंकि जो लोग अंदर दाखिल हुए थे, उनके हाथ में असलहा था. अगर दुकान के अंदर गोली चलती तो जान भी जा सकती है.

बहरहाल ज्वेलर्स की जान तो उस दिन बच गई, लेकिन उसकी शॉप को लूटने वाले की जान छह दिन बाद पुलिस एनकाउंटर में चली गई. लूटरे का नाम ‘मंगेश यादव’ था. मंगेश की मौत पर उत्तर प्रदेश में सियासी भूचाल आ गया है. अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए पुलिस एनकाउंटर को फेक बताया और कहा कि जाति देखकर गोली मारी गई है. वहीं अखिलेश यादव को योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस आत्मरक्षा के लिए गोली नहीं चलाएगी तो क्या फूल बरसाएगी?

दिनदहाड़े 5 बदमाशों ने डाली थी डकैती

डकैती की ये घटना यूपी के सुल्तानपुर जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के ठठेरी बाजार की है. बाजार में ही भरत जी सर्राफ की ॐ आर्नामेंट के नाम से शॉप है. यह शहर की प्रतिष्ठित और बड़ी ज्वेलरी शॉप है. 28 अगस्त की सुबह 10 बजे भरती जी और उनके बेटे ने अपनी ज्वेलरी की शॉप खोली और कामकाज में जुट गए. यह शहर की प्रतिष्ठित और बड़ी ज्वेलरी शॉप है. प्रतिदिन की तरह लोग बाजार में खरीदारी करने हुए आए थे. दोपहर के करीब 12 बज रहे थे. भरज जी की शॉप पर भी दो कस्टमर बैठे हुए थे. बेटा उनको जेवर दिखा रहा था.

इसी बीच मुंह पर गमछा बांधे एक बदमाश दुकान के अंदर दाखिल हुआ. उसने तुरंत भरत जी और उनके बेटे पर असलहा तान दिया. यह देख बाप-बेटे और दुकान पर बैठे दोनों कस्टमर सन्न रह गए. जब तक ये लोग कुछ समझ पाते, तभी एक और बदमाश दौड़ता हुआ आया. उसने हेलमेट लगाया हुआ था और उसके हाथ में काले रंग का बैग था. देखते ही देखते तीन और बदमाश दुकान में दाखिल हुए और असहले के दम पर लूटपाट करने लगे.

CCTV में कैद हुई डकैती की घटना

जब भरत जी ने विरोध किया तो एक बदमाश ने भरत जी और उनके बेटे पर पिस्टल तान दी और एक और बदमाश ने दोनों कस्टमरों पर, ताकि तनिक भी आवाज न कर सकें. तीन बदमाश दुकान से सामान समेटने में लग गए. लूट की इस घटना का जो CCTV फुटेज सामने आया है, उसमें देखा जा सकता है कि 4 मिनट के अंदर ही बदमाशों ने पूरी दुकान को साफ कर दिया. बदमाशों ने एक करोड़ 40 लाख की ज्वेलरी और नकदी लूट ली. लूट की घटना को अंजाम देने के बाद नेशनल सिनेमा रोड से होकर बदमाश बाइक से भागे. एक बाइक पर दो बदमाश सवार थे, जबकि दूसरी बाइक पर तीन बदमाश सवार थे.

तीन ग्रुप में आए थे बदमाश

इस डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने पहले से ही पूरी प्लानिंग की थी. बदमाशों ने तीन ग्रुप बनाए थे. पहले ग्रुप में पुष्पेंद्र सिंह, त्रिभुवन और सचिन सिंह थे. इन्हीं ने डकैती का पूरा प्लान तैयार किया था. इनमें से त्रिभुवन ने एक बोलेरो का भी इंतजाम किया था. डकैती डालने के बाद बदमाश इसी बोलेरो से जेवरात लेकर रायबरेली भागे थे. वहीं दूसरा ग्रुप विपिन सिंह, विनय शुक्ला, अजय यादव, अरविंद यादव, विवेक सिंह और दुर्गेश सिंह का था. ये डकैती डालने वाले बदमाशों को बैकअप दे रहे थे. वहीं तीसरे ग्रुप में फुरकान, अनुज प्रताप, अरबाज, मंगेश यादव और अंकित यादव थे. इन्हीं ने दुकान में दिनदहाड़े डकैती डाली थी. इस तरह इस वारदात में कुल 12 बदमाश शामिल थे.

12 बदमाशों पर एक-एक लाख का इनाम

बदमाशों ने दिनदहाड़े बाजार में डकैती डालकर पुलिस को चुनौती दी थी तो पुलिस भी बदमाशों की तलाश में जुटी थी. UP STF तक को बदमाशों की तलाश में लगाया गया था. लखनऊ जोन के ADG एसबी शिरडकर खुद इस केस की मॉनिटरिंग कर रहे थे. घटना के एक हफ्ते तक पुलिस ने इस डैकती की कड़ियों को जोड़ा तो दुकान में लूट करने वाले केवल पांच बदमाशों के नाम नहीं, बल्कि 12 बदमाशों ने नाम निकलकर सामने आए. फिर ADG एसबी शिरडकर ने सभी 12 बदमाशों ने एक-एक लाख का इनाम घोषित कर दिया.

गैंग के सरगना ने कोर्ट में किया सरेंडर

पुलिस की मानें तो इस डकैती में शामिल गैंग के सरगना विपिन सिंह ने रायबरेली कोर्ट में दूसरे मामले में सरेंडर कर दिया है, जबकि बीते मंगलवार को नगर कोतवाली के गोड़वा गांव में एनकाउंटर के दौरान तीन बदमाश सचिन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह और त्रिभुवन उर्फ लाला हरिजन को गिरफ्तार कर इलाज के बाद जेल भेज दिया गया. वहीं बीते गुरुवार भोर में एक लाख के इनामी बदमाश मंगेश यादव को UP STF ने देहात कोतवाली के मिशिरपुर पुरैना गांव में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया. मंगेश यादव जौनपुर जिले के अंगरौरा का रहने वाला था. उसके खिलाफ चोरी-लूट के सात मुकदमे दर्ज थे.

बदमाशों के पास से लूट का माल बरामद

इन बदमाशों के पास से पुलिस ने करीब 15 किलोग्राम चांदी के जेवरात, 38,500 रुपए की नकदी, चोरी की बाइक, तीन अवैध तमंचे, तीन कारतूस, और छह खोखे भी बरामद किए हैं. पकड़े गए बदमाशों का लंबा-चौड़ा अपराधिक इतिहास है. वहीं STF और स्थानीय पुलिस की अब तक की गई कार्रवाई से पीड़ित सर्राफा व्यवसाई संतुष्ट नजर आ रहे हैं. उनकी मांग है कि डकैती में लिप्त सारे बदमाश पकड़े जाएं और उनका माल बरामद हो.

पुलिस एनकाउंटर पर शुरू हुई सियासत

इधर, एनकाउंटर पर सियासत भी शुरू हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एनकाउंटर को फेक बताया है. उन्होंने कहा कि जाति देखकर गोली मारी गई है. वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस आत्मरक्षा के लिए गोली नहीं चलगाएगी तो क्या फूल बरसाएगी? अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. BJP और सपा एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. कोई योगी सरकार के लॉ एंड ऑर्डर की तारीफ कर रहा है तो कोई डकैती को लेकर सरकार और पुलिस कोनिशाने पर ले रहा है.

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