केंद्र सराकर ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर मुहर लगा दी है. सरकार के इस फैसले का कई संगठनो और केंद्रीय कर्मचारियों ने स्वागत किया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष समेत पार्टी के कई बड़े नेताओं इस पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि जैसे पहले होता था, वैसा ही होना चाहिए. रिटायर कर्मचारियों को उनकी सैलरी के आधार पर पेंशन मिलनी चाहिए. सरकार को 50 फीसदी नहीं बल्कि 100 फीसदी पेंशन देनी चाहिए. लेकिन इसी बीच कांग्रेस नेता और प्रोफेशनल्स कांग्रेस व डेटा एनालिटिक्स के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने बताया कि सरकार का ये कदम स्वागत करने वाला और विवेकपूर्ण है.
शशि थरूर के बाद अखिल भारतीय व्यावसायिक कांग्रेस के अध्यक्ष का पद संभालने वाले प्रवीण चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि देश में सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन मूल रूप से बहुसंख्यक गरीबों पर एक टैक्स है. इसका भुगतान एलीट अल्पसंख्यकों को करना होता है. इसलिए 2013 में ओपीएस को एनपीएस में सुधारा गया. लेकिन एनपीएस ने रिटायर परवारों के लिए उसमें न्यूनतम राशि का आश्वासन नहीं दिया था.
ऐसे समझाई यूपीएस स्कीम
आगे उन्होंने यूपीएस को समझाते हुए लिखा कि अब इस योजना में एनएसपी और न्यूनतम गारंटी दोनों ही दी जा रही हैं. इसलिए सरकार का ये कदम विवेकपूर्ण और स्वागत योग्य है. जहां एक तरफ कांग्रेस के कई नेता सरकार की इस योजना पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं प्रवीण चक्रवर्ती ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया. इन्हें राहुल गांधी का करीबी नेता माना जाता है. राहुल गांधी ने इनको डेटा एनालिटिक्स विभाग के अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त भी किया है.
कौन है प्रवीण चक्रवर्ती
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन में इन्होंने बड़ी भूमिका निभाई है. इन्हें कांग्रेस पार्टी के आधुनिकीकरण के लिए पार्टी में लाया गया था. कहा जाता है कि कांग्रेस की शक्ति परियोजना के इन्हीं का दिमाग है. वहीं कांग्रेस के लिए संजीवनी का काम करने वाली न्याय योजना का मसौदा भी इन्होंने ही तैयार किया था. राजनीति में आने से पहले ये थिंक टैंक में एक निवेश बैंकर और एंजेल निवेशक थे.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.