इंदौर। अहिल्या की नगरी का यह स्थान गीता भवन विश्व गुरु भगवान कृष्ण के संदेश से जन-जन को परिचित करा रहा है। उनके सिद्धांत दुनिया को परिचित करने के लिए प्रदेश के सभी नगरीय निकाय में गीता भवन का निर्माण होगा। इसके लिए सरकार हर नगरीय निकाय को बजट जारी करेगी।इससे हमारे धर्म और इतिहास की जानकारी जन-जन तक पहुंचेगी।बच्चे हमारे गौरवमयी इतिहास को जानेंगे।
यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रविवार को मनोरमागंज गीता भवन में कही। वे गीता भवन ट्रस्ट इंदौर और राज्य शासन के संस्कृति विभाग द्वारा कृष्ण आधारित व्याख्यान में संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा कि इंदौर में स्थापित गीता भवन दुनिया को गीता और धर्म की शिक्षा दे रहा है।
उन्होंने कहा कि कृष्ण जन्माष्टमी हर स्कूल में मनाने का उद्देश्य भी यही है। भगवान कृष्ण ने कंस सत्ता को समाप्तकर धर्म की स्थापना की। उसी तरह आज युवाओं को धर्म-स्थापना के कार्य में आगे आना चाहिए। इससे पहले गीता भवन पहुंचकर उन्होंने यहां स्थित मंदिर में राम और कृष्ण का पूजन किया।
सीएम ने कहा कि भगवान कृष्ण की प्रतिमा के सामने बांसुरी भेंट की। गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम एरन ने बताया कि सीएम श्रीकृष्ण : भाव, सौंदर्य और प्रमु का समुच्चय विषय पर आयोजित व्याख्यान में शामिल होने आए थे। इस मौके पर विजयदत्त श्रीधर और प्रभुदयाल मिश्र भी उपस्थित थे।
हजारों कन्हैयाओं के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री
कृष्ण जन्म महोत्सव के गीत एक दिन पहले इंदौर के दशहरा मैदान में मौजूदगी में अनोखा आयोजन हुआ। इस आयोजन में हजारों की संख्या में कन्हैया बने बच्चे यशोदा बनी मां के साथ पहुंचे थे। यहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सभी कन्हैया और उनकी मां का स्वागत किया। आयोजन में उत्साह इस कदर था कि भारी बारिश के बावजूद पंडाल में पैर रखने की जगह तक नहीं थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन रविवार को श्री कृष्ण जन्म महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इसमें “हर घर कन्हैया -हर मां यशोदा” की थीम को लेकर सरकारी और निजी स्कूल के एक हजार बच्चों को बाल गोपाल रूप में और माताएं यशोदा रूप में तैयार होकर आई । सुबह करीब 10 बजे से ही बच्चे और उनकी माताएं आना शुरू हो गई थीं। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गोविंदा आला रे भजन की प्रस्तुति भी दी।
तेज बारिश के बीच पुष्प वर्षा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आते ही तेज बारिश के बीच सबसे पहले पंडाल के चारो ओर बने रैम्प पर चल कर पुष्प वर्षा की। इनके साथ ही कन्हैया को गोद में लेकर फूल की वर्षा की।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.