डॉक्टर ने बनाया मास्टरप्लान, फिर किया नर्स से रेप… पीड़िता के पिता ने की CM योगी आदित्यनाथ से ये मांग
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नर्स को बंधक बनाकर डॉक्टर ने अपने क्लीनिक में रेप किया था. इस मामले में पुलिस ने डॉक्टर, वार्ड बॉय और एक अन्य नर्स के खिलाफ केस दर्ज किया था. पीड़िता के बयान भी हो चुके हैं. लेकिन पीड़ित नर्स की तबीयत अचानक से बिगड़ गई, जिसके बाद उसे सीएचसी ठाकुरद्वारा से मुरादाबाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है. पीड़िता के पिता ने नर्स की तबीयत के बारे में बताते हुए समझौते का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया. इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी से आरोपियों को फांसी देने की मांग की है.
पीड़िता के पिता ने कहा- हमारी बेटी की हालत ठीक नहीं है. सांस लेने में उसे दिक्कत हो रही है. बीपी हाई है, सीने में दर्द और घुटन हो रही है. आरोपी डॉ. शाहनवाज के मदरसे के बारे में पीड़िता के पिता ने कहा कि आरोपी का गांव में मदरसा है, जो कि उसके पिता चलाते हैं. सभी आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए. मेरी तो सीएम योगी आदित्यनाथ से यही गुहार और मांग है.
आरोप है कि बुधवार की शाम को पीड़िता की हालत उस समय बिगड़ गई थी, जब आरोपी पक्ष के कुछ दबंग लोग इस मामले में समझौता करने का दबाव बनाने के लिए उसके घर तक पहुंच गए. इससे हंगामा खड़ा हो गया था, जिसकी सूचना भी पुलिस को दी गई. दुष्कर्म पीड़िता को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
क्या है पूरा मामला?
नर्स 10 महीने से एबीएम अस्पताल में काम कर रही थी. 17 अगस्त को वह नाइट ड्यूटी पर थी. वह जब अस्पताल गई तो अस्पताल की नर्स मेहनाज और वार्ड बॉय जुनैद ने उसे दूसरी मंजिल पर डॉक्टर शाहनवाज के कमरे में भेज दिया. इसके बाद कमरे को बाहर से बंद कर दिया. डॉक्टर शाहनवाज ने नर्स के साथ रेप किया और धमकी दी. बमुश्किल पीड़िता वहां से नीचे उतरी और सुबह की शिफ्ट में आई नर्स को पूरी बात बताई. इसके बाद घर पहुंचकर परिजनों को जानकारी दी.
क्या बोले डॉक्टर्स?
सीएमओ ने बताया कि पीड़िता ने तबीयत के बारे में बताया था कि उसको घबराहट के साथ ही पेट में दर्द हो रहा है. पीड़िता को डॉक्टर के साथ ही काउंसलर को दिखाया गया. पीड़िता को एंग्जाइटी की समस्या है. जो पेट के निचले हिस्से में दर्द बता रही है, उसके लिए गायनेकोलॉजिस्ट से लोअर अबडोर्नल का अल्ट्रासाउंड और ब्लड टेस्ट की सलाह दी है. पीड़िता की तबीयत ठीक है और लगातार डॉक्टर्स की निगरानी में है.
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.