उत्तर प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद भी नेता अपने रसूख को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. रसूख के दम पर नेता कुछ भी करने को तैयार हैं. ऐसा ही एक मामला बाराबंकी जिले से सामने आया, जहां समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने टोल प्लाजा पर पहुंचकर टोल कर्मियों के साथ गुंडई करते हुए उन्हें बुरी तरह से मारा-पीटा और उसके बाद टोल कर्मियों को जबरन अपनी गाड़ी में बिठाकर अपहरण करने का भी प्रयास किया.
समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर टोल कर्मियों के साथ मारपीट और अपहरण करने के प्रयास का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि टोल कर्मियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख की गाड़ी को पास नहीं किया था, जिससे नाराज पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने टोल कर्मियों से मारपीट शुरू कर दी. मारपीट का पूरी घटना टोल प्लाजा पर लगे CCTV में कैद हो गई. CCTV फुटेज के आधार पर टोल कर्मियों ने आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
लखनऊ-अयोध्या हाईवे का मामला
पूरा मामला लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर स्थित अहमदपुर टोल प्लाजा का है. बाराबंकी जिले के भिटरिया के पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिनेश कुमार सिंह अयोध्या की ओर से लखनऊ की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान उनकी गाड़ी जब टोल प्लाजा के गेट नंबर दो पर पहुंची तो वहां पर कुछ काम चल रहा था. टोल कर्मचारी सुरेंद्र ने दिनेश कुमार सिंह को दूसरे गेट से गाड़ी ले जाने के लिए कहा.
पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने कॉल कर बुलाए गुंडे
पूर्व ब्लॉक प्रमुख दिनेश कुमार सिंह अपने रसूख को दिखाते हुए उसी टोल से गाड़ी निकालने के लिए अड़ गए. इस पर टोल कर्मी सुरेंद्र और आशुतोष सोनी के साथ दिनेश कुमार सिंह की कहासुनी होने लगी. मामला पड़ोस का था, इसलिए पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने नेतागिरी दिखाते हुए तुरंत फोन कर भिटरिया से चार से पांच बाइक सवार गुंडों को बुला लिया. बाइक सवार गुंडों के आने के बाद टोल प्लाजा पर जमकर मारपीट होने लगी.
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