एयरटेल का सबसे बड़ा दांव, ब्रिटिश टेलिकॉम में खरीदेगी हिस्सेदारी, 4 अरब डॉलर की होगी डील

टेलिकॉम सेक्टर में भारती एयरटेल के दिग्गज सुनील भारती मित्तल बड़ा दांव खेलने जा रहे है. सुनील भारती मित्तल का ग्रुप ब्रिटेन की सबसे बड़ी ब्राडबैंड और मोबाइल कंपनी ब्रिटिश टेलिकॉम में 24.5 फीसदी की हिस्सेदारी खऱीदने जा रही है. यह डील करीब 4 अरब डॉलर में होने जा रही है.

कंपनी के मुताबिक भारती एटंप्राइजेज की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट यूनिट भारती ग्लोबल पैट्रिक ड्राही की अल्टाइस से बीटी समूह में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी तुरंत खरीदेगी और बाकी हिस्सेदारी रेगुलेटर से मंजूरी मिलने के बाद हासिल करेगी. हालांकि, कंपनी ने डील के आकार का खुलासा नहीं किया लेकिन बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि बीटी के करीब 15 अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्यांकन पर यह सौदा लगभग चार अरब डॉलर के आसपास बैठ सकता है.

दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी

भारती एयरटेल इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी है. इस कंपनी के पास करीब 40 करोड़ ग्राहक हैं. भारती एंटप्राइजेज का ब्रिटिश टेलिकॉम के साथ पहले भी नाता रहा है. दरअसल 1007 से साल 2001 तक भारती एयरटेल में 21 फीसदी की हिस्सेदारी थी. कंपनी न तो बीटी के संपूर्ण अधिग्रहण के लिए कोई प्रस्ताव देने को इच्छुक है, न ही वह उसके निदेशक मंडल में कोई स्थान चाहती है,

क्यों हो रही है ये डील

अरबपति ड्राही की ओर से नियंत्रित निवेश समूह अल्टाइस, बीटी से बाहर निकल रहा है क्योंकि यह अधिक कर्ज के संकट जूझ रहा है. इसने सबसे पहले 2021 में बीटी में हिस्सेदारी ली थी. इसके बाद 12 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की जिससे उसकी हिस्सेदारी बढ़कर 24.5 प्रतिशत हो गई. अल्टाइस के पहली बार निवेशक बनने के बाद से बीटी के शेयरों में करीब एक-तिहाई की गिरावट आई है.

कंपनी ने क्या कहा

भारती ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारती ग्लोबल, टेलिकॉम डिजिटल और स्पेस संचार में ग्लोबल कंपनियों वाले अग्रणी भारतीय कारोबार समूह भारती एंटरप्राइजेज की अंतरराष्ट्रीय निवेश इकाई है. उसने अल्टाइस यूके से बीटी समूह की 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौता किया है.इससे पहले ब्रिटिश टेलकॉम ने 1997 में भारती एयरटेल में 21 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी और अब इस प्रतिष्ठित ब्रिटिश कंपनी में 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का भारती का कदम भारतीय दूरसंचार समूह के लिए माइलस्टोन साबित हो सकता है.

दशकों पुराना संबंध

भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल का कहना है कि भारती और ब्रिटिश टेलीकॉम के बीच दो दशक से भी अधिक पुराना संबंध है. बीटी के 1997-2001 तक भारती एयरटेल लिमिटेड के निदेशक मंडल में दो सदस्य थे और उसके पास 21 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. भारती समूह के इतिहास में आज यह एक महत्वपूर्ण क्षण है क्योंकि हम बीटी में निवेश कर रहे हैं, जो प्रतिष्ठित ब्रिटिश कंपनी है. भारती का कहना है कि कंपनी डिजिटल बुनियादी ढांचे से लेकर सॉफ्टवेयर तक प्रौद्योगिकी की दुनिया में वैश्विक निवेश के अवसरों को देखती रही है. भारती के साथ लंबे समय से जुड़े होने के कारण बीटी को अच्छी तरह जानते हैं, इसलिए हमें कंपनी में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल करने का यह अवसर पाकर खुशी हो रही है.

टेलिकॉम सेक्टर में होगा बदलाव

भारती का मानना ​​है कि बीटी दूरसंचार क्षेत्र, विशेषकर घरेलू ब्रॉडबैंड सेवाओं में नेतृत्व के लिए तैयार है. इस बीच, बीटी समूह ने एक अलग बयान में कहा कि भारती का निवेश ब्रिटिश दूरसंचार कंपनी के भविष्य तथा इसकी रणनीति में विश्वास का एक मजबूत संकेत है. बीटी की मुख्य कार्यकारी एलिसन किर्कबी के कहा कि हम ऐसे निवेशकों का स्वागत करते हैं जो हमारे कारोबार का लांग टर्म विजन समझते हैं, भारती ग्लोबल की ओर से किया गया यह निवेश बीटी समूह के भविष्य तथा हमारी रणनीति में विश्वास का एक बड़ा संकेत है. इस लेनदेन के संबंध में बार्कलेज बैंक पीएलसी ने अपने निवेश बैंक के जरिये एकमात्र वित्तीय सलाहकार के रूप में कार्य किया. लिंकलेटर एलएलपी ने भारती ग्लोबल के लिए कानूनी सलाहकार की भूमिका निभाई.

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