महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बीच राजनीतिक पार्टियों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सियासी दांव-पेंच खेलना शुरू कर दिया है. इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया अजित पवार ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने ये दावा हाल ही लोकसभा में पेश किए गए वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर किया है. उनका कहना है कि वे अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.
एनसीपी प्रमुख सोमवार को राज्य के धुले पहुंचे, जहां उन्होंने जन सम्मान यात्रा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार एक नया विधेयक (वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024) लेकर आई है. इस विधेयक को जेपीसी को भेजा गया है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा दोनों सांसद शामिल हैं. इस जेपीसी में विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों के सांसद होंगे.’
हम अल्पसंख्यकों की चिंताओं को सुनेंगे- अजित पवार
अजित पवार ने कहा, ‘एनसीपी ने फैसला किया है कि अगर आपको इस बिल को लेकर कोई चिंता है तो हम आपकी चिंताओं को सुनेंगे. हम अल्पसंख्यकों के साथ कोई अन्याय नहीं होने देंगे. मैं आप सभी से अपील करता हूं कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें. हम किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.’
वहीं, उन्होंने महिलाओं को लेकर अजित पवार ने कहा, ‘राज्य की महिलाओं के लिए हम नई लाडली बहना योजना लेकर आए हैं. राज्य की महिलाओं को एनसीपी पर भरोसा है. नवंबर में चुनाव होंगे और दिसंबर में नई सरकार बनेगी. हमें इस योजना को आगे भी जारी रखना है इसलिए मैं आप सभी से महायुति और उसके संबंधित विधायक उम्मीदवारों का समर्थन करने का अनुरोध करता हूं. हमने फैसला किया है कि इस शैक्षणिक वर्ष से ईडब्ल्यूएस और पिछड़े वर्गों की महिलाओं की कॉलेज शिक्षा पूरी तरह से प्रायोजित होगी.’
अजित पवार की जान को खतरा
वहीं, बीते दिन महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की जान को खतरा होने के बात कही थी, जिसके अगले दिन ही यानी आज वे धुले पहुंच गए. उनके दौरे को लेकर पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा कड़े बंदोबस्त किए और वह अलर्ट मोड में नजर आया. खुफिया विभाग से मिली सूचना के बाद पुलिस ने अजित पवार की सुरक्षा बढ़ा दी. उनकी धमकी पर मंत्री अनिल पाटिल ने कहा, अजित पवार जनता के बीच काम कर रहे हैं क्योंकि वह जनता के सेवक हैं. अजित पवार को जान से मारने की धमकी दी गई है, लेकिन हम ऐसी धमकियों से नहीं डरते.
अबकी बार चाचा-भतीजा आमने-सामने
महाराष्ट्र में कुछ ही महीनों में चुनाव होने हैं. चर्चा है कि नवंबर में चुनाव कराए जा सकते हैं. इस बार चाचा शरद पवार और भतीजा अजित पवार आमने-सामने होंगे. एनसीपी के दोनों गुट अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं और लगातार चुनावी दौरे कर रहे हैं. अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने सम्मान यात्रा शुरू की है, वहीं शरद चंद्र पवार की पार्टी एनसीपी ने शिवस्वराज्य यात्रा शुरू की है. इन दोनों यात्राओं के जरिए दोनों गुट एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. उधर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे भी राज्य का सियासी पारा चढ़ाए हुए हैं.
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